WHO की भारत को बड़ी चेतावनी, दूध की रिपोर्ट ने खोले बड़े राज

punjabkesari.in Thursday, Nov 13, 2025 - 06:07 PM (IST)

सुल्तानपुर लोधी (धीर): नकली और मिलावटी दूध के कारोबारी मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में प्रतिदिन 64 करोड़ लीटर दूध बिकता है, जिसमें से 50 करोड़ लीटर दूध मिलावटी और नकली होने का संदेह है। वहीं दूसरी ओर लोग प्रतिदिन 6 करोड़ लीटर डिब्बाबंद दूध पीते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत सरकार को चेतावनी दी है कि अगर मिलावट और नकली दूध के कारोबार को नहीं रोका गया, तो भारतीय कैंसर जैसी भयानक बीमारी से ग्रस्त हो जाएंगे। जानकारी के अनुसार, पंजाब में 25 लाख गाय और 40 लाख भैंस होने के आधिकारिक आंकड़े हैं, लेकिन दूध देने वाले पशुओं की संख्या बहुत कम बताई जा रही है।

पंजाब में प्रतिदिन 16 लाख लीटर दूध का उत्पादन होता है। राज्य में कुल दूध उत्पादन का 60 प्रतिशत लोग स्वयं उपभोग करते हैं और 40 प्रतिशत दूध का उपयोग मक्खन, दही, पनीर, सूखा दूध, डिब्बाबंद दूध बनाने में किया जाता है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य में 37 प्रतिशत दूध के नमूने जांच में फेल पाए गए।

यह पाया गया है कि अधिक मुनाफे की चाह में शहरों के साथ-साथ गांवों में भी दूध बेचने वाले डेयरी संचालक अरारोट, रंग, वाशिंग पाऊडर, ग्लूकोज और मिल्क पाऊडर से दूध तैयार करके मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

नकली दूध की बढ़ती बिक्री के कारण, असली दूध उत्पादक किसानों को पूरा दाम नहीं मिल रहा है। इस कारण गांवों में लोग पशुओं को बेच रहे हैं और नकली दूध का कारोबार बढ़ रहा है। नकली दूध के बढ़ते इस्तेमाल के कारण लोग कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अवसाद, थायराइड, चिंता और पेट की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।

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News Editor

Kalash