सिद्धू का इस्तीफाः बड़ा सवाल, कौन होगा अगला बिजली मंत्री!

punjabkesari.in Tuesday, Jul 16, 2019 - 02:39 PM (IST)

लुधियाना(हितेश): नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को लेकर यह चर्चा जोरों पर है कि पंजाब का अगला बिजली मंत्री कौन होगा। कैप्टन सरकार में मंत्रीपद पाने के लिए कई विधायक लाबिंग कर रहे है। सिद्धू का 10 जून को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा गया इस्तीफा सोमवार को कैप्टन अमरेंद्र को मिल गया है। मगर अब तक इसको स्वीकार नहीं किया गया क्योंकि  कैप्टन इस्तीफे को स्वीकार करने या ना करने से पहले कांग्रेस आलाकमान राहुल गांधी से सलाह मशवरा करेंगे। मगर पंजाब में सिद्धू की जगह मंत्री बनने के लिए कई दावेदार आगे आ चुके है।


राहुल गांधी के बाद सिद्धू ने मुख्यमंत्री को भेजा इस्तीफा
हां बताना उचित होगा कि सिद्धू ने रविवार को पंजाब मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा देने का खुलासा किया था जिसके तहत उन्होंने 10 जून को राहुल गांधी को दिए गए पत्र की कॉपी ट्विटर पर अपलोड की थी।  इसके तुरंत बाद अकाली-भाजपा ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी खुद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं तो उन्हें इस्तीफा भेजना ड्रामेबाजी से ज्यादा कुछ नहीं है। इससे भी बढ़कर कांग्रेस के कई मंत्रियों ने भी सिद्धू को कैप्टन या गवर्नर को इस्तीफा भेजने की सलाह दे डाली जिस पर सिद्धू ने सोमवार को मुख्यमंत्री को इस्तीफा भेजने का जवाब दिया था और यह बात उन्होंने पूरी भी कर दी है।

सिद्धू के साथ कोई लिहाज करने के मूड में नहीं कैप्टन 
उधर तहत कैप्टन ने इस्तीफा मिलने की बात स्वीकार की है लेकिन अभी कोई फैसला नहीं किया है।हालांकि कैप्टन के तेवरों से यही लगता है कि वह सिद्धू के साथ कोई लिहाज करने के मूड में नहीं हैं जिसे लेकर चर्चा तेज हो गई है कि सिद्धू को हटाने के बाद बिजली विभाग क्या कैप्टन अपने पास रखेंगे या किसी दूसरे मंत्री को देंगे। इसके अलावा मंत्री बनने के कई दावेदार भी सिद्धू की कुर्सी पर कब्जा करने के लिए सक्रिय हो गए हैं। इनमें कई ऐसे विधायक शामिल हैं जो 3 या उससे ज्यादा बार जीतने के बावजूद मंत्री न बनाए जाने को लेकर पहले ही दिन से नाराज चल रहे हैं। अब देखना यह होगा कि कैप्टन व कांग्रेस हाईकमान इन विधायकों को शांत रखने के लिए क्या फैसला लेते हैं।

अब तक के घटनाक्रम पर एक नजर  
अगर अब तक के घटनाक्रम पर नजर डालें तो चीफ  मिनिस्टर ने करीब डेढ़ महीना पहले कई मंत्रियों के विभागों में फेरबदल कर दिया था जिसमें सिद्धू से लोकल बॉडीज विभाग वापस लेकर उन्हें बिजली मंत्रालय दे दिया गया था। इसके संकेत कैप्टन ने कई सीटों पर लोकसभा चुनाव के खराब नतीजों से जोड़कर काफी पहले ही दे दिए थे जिसे लेकर विवाद सुलझाने की बजाय सिद्धू ने कैप्टन के खिलाफ खुलेआम बयानबाजी जारी रखी और मंत्रियों द्वारा बनाए गए दबाव में कैप्टन को सिद्धू के खिलाफ  फैसला लेना पड़ा। इसके विरोध में सिद्धू ने नए विभाग का चार्ज नहीं संभाला और पंजाब के राजनीतिक परिदृश्य से भी पूरी तरह गायब रहे। हालांकि इस दौरान सिद्धू ने प्रियंका व राहुल गांधी से मिलकर अपना पक्ष रखने की कोशिश की जिन्होंने मामला हल करवाने के लिए अहमद पटेल की ड्यूटी लगाई लेकिन कैप्टन ने अपना स्टैंड बदलने से साफ  इंकार कर दिया जिसके मद्देनजर सिद्धू द्वारा कैबिनेट से इस्तीफा देने का फैसला जगजाहिर किया गया है।

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