अस्पताल में पर्ची बनवाता रह गया पति, उधर चली गई गर्भवती की जान

punjabkesari.in Wednesday, Aug 28, 2019 - 04:47 PM (IST)

जालंधर: सिविल अस्पताल मरीजों के इलाज को लेकर चिंतित नहीं है। दिन-प्रतिदिन कोई न कोई मामला सामने आता ही है। अब मंगलवार को सिविल अस्पताल में मरीज के इलाज में लापरवाही बरतने से एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। जिसके बाद महिला के पति ने काफी रोष व्यक्त किया। उन्होंने प्रशासन से डाक्टरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

कुछ दिन पहले हुआ था बुखार 
जानकारी के अनुसार बस्ती शेख निवासी उमेश कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी मीरा देवी पांच महीने की गर्भवती थी। कुछ दिन पहले उसे बुखार हुआ था और उसे सांस लेने में तकलीफ थी। जिसका गुरु नानक मिशन अस्पताल में इलाज करवाया गया लेकिन वह ठीक नहीं हुई। मंगलवार की सुबह उसकी तबीयत बिगडऩे के बाद करीब 9 बजे वह पत्नी को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचा। उसे एमरजेंसी वार्ड में बैड पर लिटा कर ड्यूटी पर तैनात डाक्टर से इलाज की गुहार लगाई तो डाक्टर तथा स्टाफ ने कहा कि पहले पर्ची बनवा कर लाओ फिर इलाज शुरू होगा। वह पर्ची बनवाने के लिए गया तो वहां लंबी लाइन लगी हुई थी। कुछ समय लाइन में खड़े होने के बाद जब वापिस आया तो उसकी पत्नी की मौत हो चुकी थी। उन्होंने डाक्टरों पर आरोप लगाए की उन्हें पर्ची बनवाने में उलझाए रखा और पत्नी का इलाज करने की जहमत नहीं उठाई। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि ड्यूटी पर तैनात डाक्टर से जवाब तलबी की जाए ताकि भविष्य में लापरवाही से किसी मरीज की मौत न हो पाए।

क्या कहना है ड्यूटी पर तैनात डा. राकेश चोपड़ा का
सिविल अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉ. राकेश चोपड़ा ने मृतका के पति की ओर से लगाए गए आरोपों को नकारा है। उन्होंने कहा कि मरीज के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचते ही इलाज शुरू कर दिया था। मीरा के पति उमेश के सामने उसे टीके व ग्लूकोज लगा दिया था। इसके बाद उसे पर्ची व फाइल बनवाने को कहा। मरीज अस्पताल में बेहोशी व गंभीर हालत में पहुंचा था। ईलाज के दौरान उसकी मौत गई।

क्या कहना है मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. मनदीप कौर का
सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. मनदीप कौर ने बताया कि इस बाबत अस्पताल प्रशासन के पास कोई शिकायत नही आई है। अगर ऐसी कोई लापरवाही हुई है तो मामले की जांच की जाएगी। 

 

Vaneet