जिसकी मोहब्बत में घर छोड़ा, उसी ने सूए मारकर निकाली आंखें

punjabkesari.in Friday, Jun 14, 2019 - 09:28 AM (IST)

जालंधर/अमृतसर(कमलेश, सफर) :13 माह पहले जिस प्रेमी की मोहब्बत में 55 वर्षीय मां रानी ने अपने 2 बच्चों से आंखें फेरी थीं, ठीक 13 जून को सुबह रानी जब बच्चों से मिली तो उसकी दोनों आंखें निकाली हुई थीं। मामला भले ही प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो लेकिन हैवानियत का ऐसा खेल शायद ही कभी पंजाब में खेला गया हो। मामला उत्तर प्रदेश से जुड़ा है, लेकिन पंजाब के 2 शहरों जालंधर व मुकेरियां से भी ताल्लुक रखता है। इस मामले में जहां रिश्तों के तार टूट रहे हैं, वहीं अपराध के ऐसे कारनामे हड़कंप मचा रहे हैं। 

पीड़ित रानी की दोनों आंखें बर्फ तोड़ने वाले सूए से सैंकड़ों वार करके निकाली गई हैं वहीं उसके चेहरे व शरीर पर अनगिनत घाव से खून रिस रहा है। घटना बीती रात 11 बजे की है। पुलिस को रानी सुबह लैदर काम्पलैक्स (कपूरथला रोड-जालंधर) में मिली थी। पीड़ित को पहले सिविल अस्पताल जालंधर ले जाया गया जहां से उसे गुरु नानक देव अस्पताल अमृतसर रैफर कर दिया गया। गुरु नानक देव अस्पताल से रात करीब साढ़े 8 बजे ई.एन.टी. अस्पताल रैफर कर दिया गया है। देर रात जालंधर के बावा खेल पुलिस ने मामले में 2 आरोपियों शंकर व गीता को गिरफ्तार कर  लिया है। उक्त आरोपी पीड़िता रानी का चचेरा भाई व भाभी हैं,वहीं मामले में आरोपी विजय अभी तक फरार है। 

बेटे ने बताया 13 माह पहले मां ने छोड़ दिया था हमें
‘पंजाब केसरी’ से बातचीत करते हुए पीड़िता रानी के बेटे किशन लाल गौतम कहते हैं कि उनका परिवार उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के गांव गोला गंज, थाना राजा बाऊरी का रहने वाला है। पिछले 20 सालों से परिवार अर्बन स्टेट फेज-2 जालंधर में रहता है। पिता चुन्नी लाल गौतम गांव में रहते हैं। वह कर्नल की गाड़ी चलाता है, शादीशुदा है। बहन आरती छोटी है। मां 13 माह पहले छोड़ कर चली गई थी। उसे सुबह पुलिस वालों का फोन आया। वह जब मां के पास पहुंचा तो उसके कपड़े खून से सने थे और दोनों आंखें निकाली हुई थीं। 

बेटी बोली-मेरी एक आंख मां को लगा दो  
बेटी आरती कहती है भले ही मां हमें छोड़ कर विजय के पास चली गई थी, उसी ने उनकी आंखें छीन लीं। मेरी मां को इंसाफ चाहिए। यह सब कुछ विजय ने किया है।   मेरी 1 आंख मां को लगा दो, ताकि वह जालिमों को कम से कम मेरी आंखों से ही फांसी पर लटकते देख सके।

डाक्टर भी हैवानियत देख कांप गए
गुरु नानक देव अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड में जिन-जिन डाक्टरों ने रानी के चेहरे को देखा वे एक झटके में कांप गए। दोनों आंखों को निकालने के लिए सैंकड़ों घाव किस तरह बर्फ तोड़ने वाले सूए से किए गए हैं, वे तस्वीरें हम आपको नहीं दिखा सकते।

गीता ने पैर पकड़ा, विजय व शंकर टूट पड़े
रानी दोनों आंखें निकाले जाने और अनगिनत घावों के बीच बातचीत कर रही थी। पुलिस को दिए बयान में उसने कहा कि गीता ने उसके पैर पकड़े, विजय व शंकर उस पर टूट पड़े। शंकर उसके गांव का रहने वाला है, उसका चचेरा भाई है। गीता शंकर की पत्नीऔर विजय उसका जीजा है। रानी कहती है कि 80 हजार रुपए उसके पास थे, वह छीन लिए। सभी ने एक साथ मिलकर उसे मारा, उसकी आंखें सूए से निकाल दीं। वहतड़पती रही, बेहोश हो गई। उसके बाद उसे याद नहीं।

टूटते रिश्तों की आंखें ‘फूट’ रही हैं
विजय व रानी की प्रेम कहानी का ‘दी एंड’ बाकी है। रानी की दोनों आंखें खुद उसने निकाली जिसके लिए रानी ने बच्चों को छोड़ा। चचेरा भाई शंकर भी पत्नी गीता के साथ मिलकर अपने जीजा के इरादों में ‘विजय’ दिलाने के लिए जुर्म में शामिल हो गया। मामला प्रेम प्रसंग के बाद 80 हजार रुपयों से भी जुड़ा है। वहीं टूटते रिश्तों में जिस तरह आंखें फूट रही हैं और चचेरा भाई ही बहन की दोनों आंखें निकाल रहा है।

गांव से शहर आई तो बन गई थी ‘मॉडर्न’
बहराइच जिला नेपाल व गोंडा से सटा है। जिस गांव में रानी रहती है वहां आज भी पिछड़ा इलाका है। रानी जब शहर आई तो हवा के ‘पंख’ लगे और वह मॉडर्न हो गई। बेटी आरती मानती है कि विजय पापा की मौजूदगी में घर आता था और मम्मी को लाइक करता था, मां इसलिए उसके साथ रहने चली गई थी। रानी कहती है कि हम इस गुनाह को अंजाम देने वालों को फांसी पर चढ़ते देखना चाहते हैं। 

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