महिला खुद को समझती रही गर्भवती, 9 महीने बाद स्कैन ने खोला बड़ा राज

punjabkesari.in Thursday, May 30, 2019 - 10:21 PM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): सिविल अस्पताल में वीरवार दोपहर के समय उस समय हंगामा हो गया जब अस्पताल में दाखिल गर्भवती महिला का स्कैन के बाद बताया गया कि वह गर्भवती है ही नहीं।  मैडीकल स्टाफ की तरफ से यह बात सुनते ही बहादुरपुर मोहल्ले की रहने वाली पूजा पत्नी गौतम के परिजन भडक़ उठे। परिजनों ने कहा कि जब पूजा गर्भवती थी नहीं तो फिर 9 महीने पहले उसके स्कैन रिपोर्ट के आधार पर डिस्पैंसरी में कैसे बताया गया कि वह गर्भ से है। परिजनों ने साफ तौर पर कहा कि अस्पताल कीइस लापरवाही के लिए जिम्मेदार डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।

गलत रिपोर्ट देने वाले डॉक्टर पर हो कड़ी कार्रवाई
सिविल अस्पताल परिसर में पूजा के साथ आए परिजनों ने कहा कि 9 महीने पहले वह जब अस्पताल में जांच के लिए आई थी तो जांच के बाद बताया गया कि पूजा गर्भ से है। इसके बाद हमलोग नियमित रुप से चैकअप करवाते रहे। 2 दिन पहले हम डिलीवरी के लिए अस्पताल में दाखिल हो गए। अब जब डॉक्टर के निर्देश पर स्कैन रिपोर्ट आई तो हमें बताया गया कि पूजा गर्भवती है ही नहीं। परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल के इस लापरवाही से हमें सामाजिक व मानसिक तौर पर परेशानी हुई है। परिजनों ने जांच रिपोर्ट में गलत रिपोर्ट देने वाले डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।

गर्भ से नहीं बल्कि फूडोसाईसिस समस्या से लग रही थी गर्भवती: डॉ. रेणू सूद
सम्पर्क करने पर सिविल सर्जन डॉ. रेणू सूद ने बताया कि पूजा का 9 महीने पहले प्रेग्नेंसी रिपोर्ट में गर्भवती बताई गई थी लेकिन उसे बताया गया था कि हर महीने वह नियमति तौर पर स्कैन करवा मेडिकल चेकअप करवाए। पूजा के परिजन बीच में कभी भी स्कैन नहीं करवा मन में भ्रम पाल बैठे थे कि पूजा गर्भवती है। अब 9 महीने बाद जब वह अस्पताल में दाकिल हुई तो स्कैन करने पर पता चला कि वह गर्भवती नहीं बल्कि फूडोसाईसिस बीमारी की वजह से उसका पेट फूला हुआ है। परिजनों के कहने पर वह इस मामले की जांच भी करवाएगी कि इस मामले में किस स्तर पर लापरवाही बरती गई है।

Vaneet