महिलाओं ने दिया किसानों का साथः काले कानूनों के खिलाफ किया रेलवे ट्रैक जाम
punjabkesari.in Monday, Sep 27, 2021 - 01:05 PM (IST)
नाभा (राहुल): केंद्र सरकार द्वारा जो तीन काले कानून बनाए गए है। उन कानूनों को किसान अपने हक में मानने को लेकर तैयार नहीं है। किसान इसे कृषि विरोधी कानून मानते हैं। काले कानूनों के विरोध में बैठे किसानों को एक साल होने जा रहा है। केंद्र सरकार की तरफ से कानूनों को रद्द करने की प्रतिक्रिया बिल्कुल नहीं बदली है। कानूनों को रद्द करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से आज भारत बंद का ऐलान किया गया है।
भारत बंद को लेकर रेलवे ट्रैक पर महिलाओं की तरफ से मोर्चा लगाया गया है। उनकी तरफ से रेलवे ट्रैक पूरी तरह जाम करके केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया जा रहा है। महिलाओं का कहना है कि जब तक इन काले कानूनों को रद्द नहीं करेंगे तब तक वे किसान वीरों के साथ संघर्ष में उनके साथ खड़ी रहेंगी। बताया जा रहा है कि सुबह 6 बजे ही महिलाएं रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। उनका कहना है कि शाम 4 बजे तक यह धरना ऐसे ही जारी रहेगा।
जानकारी के अनुसार गांव ककराला में रेलवे ट्रैक पर किसानों ने भी धरना लगाया है। भारत बंद को लेकर चप्पे-चप्पे पर जाम लगाया गया है। नाभा के गांव ककराला से बस अड्डे वाली सड़क की आवाजाही बंद कर दी गई है। उनका कहना है कि लोगों ने काले कानून पास करने के लिए मोदी सरकार खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है। भारतीय यूनियन एकता उगराहां के ब्लाक प्रधान हरमेल सिंह तुंगा ने कहा कि आज बंद के न्यौते को देखकर मोदी सरकार को यह पता चल जाएगा कि काले कानूनों के खिलाफ लोगों में कितना ज्यादा रोष भरा पड़ा है।