ट्रांसफार्मर से टकराई गाड़ी, नैशनल टेबल टैनिस प्लेयर की मौके पर ही मौत

punjabkesari.in Tuesday, Feb 25, 2020 - 08:47 AM (IST)

जालंधर(मृदुल): भीमराव अम्बेदकर भवन के पास तड़के 3 बजे हवेली हैरिटेज रिजॉर्ट में मामा के बेटे के शगुन समारोह से घर लौट रहे युवक की कार रात के अंधेरे में खंभे से टकरा गई। हादसे में कार चला रहे 20 साल के ऑटो पार्ट्स कारोबारी गौरव चोपड़ा के इकलौते बेटे संभव चोपड़ा (टैनिस का नैशनल प्लेयर) की मौके पर ही मौत हो गई। कार के खंभे में टकराने के साथ ही खंभे में लगी लोहे की रॉड कार चालक संभव चोपड़ा के सिर के दाहिने हिस्से में घुस गई। हालांकि कार के एयरबैग भी खुल गए थे। 

जानकारी देते मृतक संभव चोपड़ा के चाचा सौरव चोपड़ा ने पुलिस को दिए बयानों में कहा कि उन्हें करीब 4 बजे फोन आया कि नकोदर रोड पर आ रही उनके रिश्तेदार की कार का एक्सीडैंट हो गया है जिसके बाद वह अपने दोस्त सुनील खन्ना और रमित कपूर के साथ मौके पर पहुंचे तो हादसे को देखकर उनके होश उड़ गए थे। इसके बाद लोगों को बुलाकर सीट बैल्ट और लोहे की रॉड को काटकर उसे कार से बाहर निकाला था। इसके बाद वह उसे एंबुलैंस में लेकर सिविल अस्पताल गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

चाचा सौरव चोपड़ा ने बताया कि संभव के पिता व उनके भाई गौरव चोपड़ा के साले के बेटे की शादी कल है जिसको लेकर बीती रात हवेली हैरिटेज में शगुन समारोह था। वहां से रात को फ्री होकर सभी रिश्तेदार इकट्ठे निकले थे। संभव उस वक्त हमारे ही साथ था। इस दौरान संभव ने कहा था कि वह आगे आगे चलें और पीछे वह सारा शगुन का सामान अपनी गाड़ी में रखकर आ रहा है। संभव जब रिजॉर्ट से गाड़ी लेकर नकोदर रोड पर पड़ती एल्डीको ग्रीन कालोनी स्थित अपने घर के लिए निकला तो रास्ते में अम्बेदकर भवन के पास उसके आगे एक ट्रक जा रहा था जिसे संभव ने बाईं ओर से ओवरटेक किया था। 

ओवरटेक करते वक्त आगे से रांग साइड से एक गाड़ी आ रही थी जिसे देख उसने गाड़ी की हैंडब्रेक लगा दी जिसके कारण कार लॉक हो गई और घूमकर पहले ट्रक और बाद में खंभे से जा टकराई। हादसे में जब लोहे की रॉड संभव के सिर में घुसी तो उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं मामले को लेकर मौके पर पहुंचे ए.एस.आई. जगदीश सिंह ने बताया कि चाचा सौरव चोपड़ा के बयानों पर शव का पोस्टमार्टम करवा वारिसों के हवाले कर दिया है। 

ए.पी.जे. कॉलेज में बी.बी.ए. फाइनल ईयर का स्टूडैंट था संभव 
चाचा सौरव ने बताया कि संभव ए.पी.जे. कॉलेज में बी.बी.ए. फाइनल ईयर का स्टूडैंट था। इस साल उसकी पढ़ाई खत्म हो जानी थी और सोचा था कि उसे बाद में विदेश में सैटल करेंगे मगर अचानक हुए हादसे कारण सारा परिवार शोकग्रस्त है। 

इंडिया के टेबल टैनिस के टॉप 3 प्लेयर्स में से एक था संभव
परिजन बताते हैं कि संभव टेबल टैनिस में नैशनल लैवल का प्लेयर था। वह अंडर-20 कैटागरी में इंडिया के टॉप 3 नैशनल प्लेयर्स में से एक था। वह पंजाब स्टेट तथा देश के लिए भी काफी सारे ईनाम जीत चुका था। उसने कुछ महीने बाद दोबारा नैशनल लैवल पर होने वाले एक कंपीटिशन में जाना था। 

 

कैसे उठाएंगे जवान बेटे की अर्थी का बोझ अपने कंधों पर : पिता गौरव 
पिता गौरव ने बताया कि उनकी पठानकोट चौक पर फैक्टरी है। संभव की माता सोनाली चोपड़ा हाऊस वाइफ हैं और संभव की एक छोटी बहन अर्शिया है जोकि अभी पढ़ाई कर रही है। घर में शादी का माहौल होने के चलते सभी बहुत खुश थे। उनके साले के बेटे की शादी है, मगर शादी के माहौल में जवान बेटे की अर्थी का बोझ कैसे उठाएंगे। उसकी मौत से सारा परिवार टूट चुका है। 

 

Edited By

Sunita sarangal