11 साल से ड्रग्स ले रहा था लड़का, GF ने कही एक बात तो छोड़ दिया नशा

punjabkesari.in Monday, Mar 16, 2020 - 10:57 AM (IST)

गुरदासपुर: पंजाब की युवा पीढ़ी को नशे ने पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है। पंजाब सरकार नशे के खिलाफ कई तरह की मुहिम भी चला रही है लेकिन फिर भी युवा पीढ़ी इसके दलदल में फंसी हुई है। आज गुरदासपुर का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक युवक अपनी प्रेमिका के लिए नशा छोड़ना चाहता है। इस युवक ने गैंगस्टर्स और जग्गू भगवानपुरिया से जुड़े कुछ चौका देने वाले खुलासे भी किए हैं। हैरानी की बात तो यह है कि वह करीब 11 साल से नशा कर रहा था और इन 11 सालों में वह करोड़ों से ज्यादा का नशा कर चुका है। 

10वीं में पहली बार किया था नशा
युवक ने बताया कि उसके माता-पिता काम में व्यस्त रहते थे। 10वीं की कक्षा में अपने स्कूल के पास एक घर में वह स्कूटर पार्क करने जाता था। उस घर का लड़का नशा करता था। एक दिन उसका परिवार घर पर नहीं था तो युवक ने उसे अपने पास नशा करने के लिए बुलाया। तब से उसे नशे की लत लग गई। इसके कारण ही वह दसवीं में भी फेल हो गया। 

नशे के लिए चोरी करने पर गया जेल
नशे की पूर्ति के लिए उसने चोरी और लूट भी की। उसने बताया कि उसने अपने मामा के घर से गहने चोरी किए थे। उन्हें बेचकर उसने सारा पैसा नशे में उड़ा दिया। साथ ही उसने अपनी बुआ से भी पैसे छीने थे जिसके लिए उसे सजा भी हुई थी। सजा के दौरान उसके जेलों में गैंगस्टर्स के साथ लिंक बन गए थे।

जग्गू भगवानपुरिया से जुड़े कई बड़े खुलासे किए
उसने जग्गू भगवानपुरिया से जुड़े भी कई खुलासे किए हैं। उसने बताया कि कैसे जेलों में बैठे हुए ही ये गैंगस्टर्स नशे का कारोबार चलाते थे। उसने बताया कि पुलिस और बड़े नेताओं के इशारे पर बड़े स्तर पर यह नशे का चलाया जाता है। जेलों के अंदर ही इन गैंगस्टर्स की अपनी प्राइवेट चक्कियां होती हैं जिनसे ये जेलों में बैठकर ही नशा बनाते और सप्लाई करते थे। उसने बताया कि पैंटों का साइज नशा सप्लाई करने का कोडवर्ड होता था। जेल में वह जग्गू भगवानपुरिया के साथ रह चुका है। उसने बताया कि वह अपने 2 दोस्तों के साथ चोरी की सजा काट रहा था। जग्गू ने उन्हें नशा सप्लाई करने को कहा। उन्हें हर ऑर्डर के 50-50 हजार रूपए मिलने थे जिनसे वे और नशा कर सकते थे। 

परिवार ने की थी इलाज करवाने की कोशिश
युवक ने बताया कि वह एक दिन नशे की हालत में पार्क में पड़ा हुआ था। जब उसके परिवार को पता चला तो उन्होंने उसे 83 दिनों तक कमरे में बंद करके रखा। जिस कमरे में उसे बंद किया गया था उस कमरे में भी उसने हेरोइन छिपाकर रखी हुई थी। उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन वहां भी वह अपने चचेरे भाई से नशा मंगवा लेता था। फिर उसे हिमाचल के नशा छुड़ाओ केंद्र में भेज दिया गया। लेकिन फिर भी उसने नशा नहीं छोड़ा। 

प्रेमिका के कहने पर छोड़ रहा है नशा
युवक अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता है लेकिन उसकी शर्त थी कि शादी से पहले उसे अपना नशा छोड़ना होगा। 7 साल के प्यार के लिए वह गुरदासपुर के रेडक्रॉस नशा छुड़ाओ केंद्र में भर्ती हो गया और खुद को इस दलदल से निकालने के लिए लड़ाई लड़ रहा है। करीब एक महीने से वह अपना उपचार करवा रहा है। उसने सभी युवाओं से अपील की है कि नशे से दूर रहें। 
 

Edited By

Sunita sarangal