पंजाब पुलिस के खून का असर; आतंकी रफीक के प्लेटलैट्स 98 हजार पर पहुंचे

punjabkesari.in Tuesday, Oct 23, 2018 - 10:53 AM (IST)

जालंधर(शौरी): डेंगू का शिकार हुआ आतंकी यूसुफ रफीक भट्ट सिविल अस्पताल में 7वें दिन में प्रवेश कर चुका है। यूसुफ रफीक भट्ट के प्लेटलैट्स कम होने के कारण डाक्टरों ने एस.डी.पी. किट लगवाई थी और थाना-4 में तैनात पुलिस कर्मी बिक्रम सिंह ने अपना खून रफीक हेतु प्लेटलैट्स निकालने के लिए दिया था। पंजाब पुलिस के खून का असर दिखना शुरू हो चुका है और भट्ट के सैल बढ़कर 98 हजार तक पहुंच चुके हैं जो कल 93 हजार थे।

सूत्रों से पता चला है कि डाक्टरों ने पुलिस को कह दिया है कि भट्ट को छुट्टी दी जा सकती है लेकिन सीनियर पुलिस अधिकारियों के कहने पर 1 या 2 दिन और भट्ट को अस्पताल में रखा जाएगा, क्योंकि वे चाहते हैं कि जेल जाने के बाद कहीं वह दोबारा बीमार न पड़ जाए। दोपहर बाद जैसे ही यह बात भट्ट की सुरक्षा में तैनात पुलिस वालों को पता चली तो उनके चेहरे पर आतंकी को छुट्टी मिलने की आशंका के चलते खुशी गायब-सी हो गई। एक पुलिस जवान ने बताया कि 12-12 घंटे ड्यूटी कर वे थक चुके हैं। वहीं दूसरी ओर पता चला है कि रफीक की भूख भी बढ़ रही है और आज उसने फल, चाय, ब्रैड पीस, जूस आदि का सेवन भी किया।

सी.आई.एस्टाफ कर रहा सेवा
रफीक को खाने-पीने का सामान बाजार से खरीदने की जिम्मेदारी सी.आई.ए. स्टाफ की लगी है। सूत्रों से पता चला है सीनियर पुलिस अधिकारियों ने सी.आई.ए. स्टाफ के इंचार्ज अजय सिंह को खुद आतंकी भट्ट की डाइट पूरी करवाने व चैक करने के आदेश भी दिए हैं। हैरानीजनक बात तो यह है कि कपूरथला जेल से महज एक पुलिस कर्मचारी रफीक की सुरक्षा के लिए लगा हुआ है और खाने-पीने के इंतजाम कपूरथला जेल वाले करने में विफल साबित हो रहे हैं। सी.आई.ए. पुलिस जेब से पैसे खर्च कर भट्ट की सेवा कर रही है।|

पुलिस जागरूक लेकिन अस्पताल प्रशासन लापरवाह
सिविल अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित कैदी वार्ड में उपचाराधीन आतंकी रफीक की सुरक्षा बेशक पुख्ता हुई पड़ी है और कमिश्ररेट  पुलिस पूरी मुस्तैदी से पहरा दे रही है लेकिन अस्पताल प्रशासन को शायद भट्ट की सुरक्षा की ङ्क्षचता ही नहीं, क्योंकि पहली मंजिल से लेकर दूसरी मंजिल की सीढिय़ों में लगी लाइटें खराब पड़ी हैं और काफी दिनों से इन्हें ठीक नहीं किया गया। किसी संभावित गड़बड़ी के दौरान आतंकी अंधेरे का फायदा उठा सकते हैं। दूसरी ओर सुबह से लेकर शाम तक पुलिस अधिकारी अस्पताल में आकर भट्ट की सुरक्षा चैक करते नजर आए। देर शाम ए.सी.पी. सैंट्रल दलबीर सिंह व थाना-4 के इंस्पैक्टर सुखदेव सिंह भी कैदी वार्ड पहुंचे और सीढिय़ों से उतर कर नीचे ग्राऊंड फ्लोर पर आए और बोले की अंधेरा काफी हो चुका है अस्पताल में। 
 

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