पंजाब में मंडराया जीका वायरस का खतरा

punjabkesari.in Monday, Oct 22, 2018 - 12:38 PM (IST)

लुधियाना (सहगल): जयपुर में जीका वायरस के प्रकोप के बाद पंजाब में भी इसका खतरा बरकरार है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों को जीका वायरस के सिलसिले में विशेष सावधानी बरतने को कहा है। यहां तक कि डेंगू की रिपोर्ट हर सप्ताह स्वास्थ्य मुख्यालय चंडीगढ़ भेजने को कहा है। मगर दूसरी ओर कई स्कूल प्रबंधक बच्चों को राजस्थान ले जाने का टूर प्लान बनाने में जुटे हैं। 

जयपुर पर्यटकों का विशेष आकर्षण का केंद्र है और वहां जीका वायरस के 200 के करीब मामले आ चुके हैं। उल्लेखनीय है कि जीका वायरस डेंगू के एडिस एजिप्टी नामक मादा म‘छर से फैलता है। अगर कोई व्यक्ति जीका वायरस लेकर आता है तो यह मच्छर के माध्यम से दूसरों में भी फैल सकता है। इस म‘छर का घातक असर गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चों पर पड़ता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए सभी जिलों को गाइडलाइन भेजी जा रही हैं। डाक्टरों व महिला रोग विशेषज्ञों को गर्भवती महिलाओं के अल्ड्रासाऊंड के समय विशेष ध्यान रखने को कहा है। अगर किसी बच्चे का सिर छोटा लगे तो उसकी सूचना तुरंत सेहत विभाग को देने को कहा है।

जीका वायरस होने पर गर्भधारण न करें महिलाएं
जिला एपिडिमालॉजिस्ट डा. रमेश भगत ने कहा कि जीका वायरस होने पर प्रभावित इलाकों में महिलाओं को 8 सप्ताह तक गर्भधारण करने से मना किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधक बच्चों को ऐसे स्थानों पर न लेकर जाएं जहां जीका वायरस का प्रकोप फैला है और गर्भवती महिलाएं भी ऐसे इलाकों का भ्रमण न करें।

एजैंसियां दे रही आकर्षक टूर पैकेज
राजस्थान में जीका वायरस की महामारी से पर्यटकों का आना काफी कम हो गया है। ऐसे में छाए मंदी के आलम में पैकेज टूर बनाने वाली एजैंसियां काफी किफायती टूर पैकेज दे रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी जगह का टूर प्लान करना खतरे से खाली नहीं है, क्योंकि बच्चे में जीका वायरस के वाहक हो सकते हैं।

कर्मचारियों की कमी व अन्य कामों में लगाने पर रोक
पंजाब में नैशनल बैक्टर बोर्न डिजीटल कंट्रोल प्रोग्राम में कर्मचारियों की काफी कमी पाई जा रही है। सरकार ने इस वर्ष भी कर्मचारियों की संख्या बढऩे पर ध्यान नहीं दिया है, जिससे डेंगू इस वर्ष भी महामारी की तरह फैल सकता है। स्वास्थ्य निदेशक ने एक पत्र जारी करके सभी जिलों के सिविल सर्जनों को निर्देश दिए हैं कि बैक्टर बोर्न के काम में लगे कर्मचारियों को कहीं दूसरी जगह न लगाया जाए। अपने पत्र में डा. जसपाल कौर ने कहा कि कर्मचारियों की पहले ही भारी कमी पाई जा रही है और डेंगू व चिकनगुनिया के मामलों में बेहद वृद्धि हो रही है।

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