करीब 21 व्यक्तियों ने तेजधार हथियारों से किया व्यक्ति का कत्ल, बड़ी वजह आई सामने

punjabkesari.in Thursday, Jun 17, 2021 - 12:45 PM (IST)

साहनेवाल/कोहाड़ा: पंचायती और जंगलात विभाग की जमीन पर कुछ राजनीतिक लोगों द्वारा किए जाने वाले कथित कब्जे की शिकायत संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों को करने से पैदा हुई रंजिश के कारण कालेवाल रोड, भलवानों के अखाड़ा नजदीक जंगल के इलाके में 15 जून की देर रात गांव सलेमपुर के रहने वाले मंगत सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में सत्ताधारी कांग्रेस के जिला परिषद मैंबर को भी पुलिस ने नामजद किया है। हत्याकांड को आंखों देखने वाले मृतक के छोटे भाई मेवा सिंह (35) के बयानों पर थाना कूमकलां की पुलिस ने करीब 21 व्यक्तियों के खिलाफ हत्या और लूटपाट व अन्य धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू की है।

जानकारी के अनुसार मृतक मंगत सिंह मंगा (45) के भाई मेवा सिंह ने बताया कि मंगा उसका बड़ा भाई था जबकि वह 8 बहन-भाई हैं। 2 भाई गांव ढोलणवाल और मंगा गांव सलेमपुर में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहता था। मंगा का गांव ढोलणवाल के रहने वाले जिन्दर सिंह से झगड़ा चला आ रहा, जिस कारण मंगा और दूसरे पक्ष के बीच कई झगड़े भी हुए। मंगा के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज था, जिसमें घर से भगौड़ा हुआ था। इसी कारण 15 जून को मंगा ने उसको फोन करके जंगल के इलाके भलवानों के अखाड़े के पास कपड़े पकड़ाने के लिए कहा था। जब वह कपड़े लेकर देर रात करीब साढ़े 11 बजे पहुंचा तो मंगत सिंह मंगा अपने ताया के लड़के गुरमुक्ख सिंह निवासी गांव ढोलणवाल के साथ उसके पास आ गया। इसी दौरान गाड़ियों में नछत्तर सिंह ढोलणवाल, काला सिंह, नाम सिंह तीनों पुत्र शिव सिंह, शेर सिंह पुत्र नछत्तर सिंह, जिन्दर सिंह, पप्पा सिंह दोनों पुत्र चेन सिंह, लक्खी सिंह पुत्र जिन्दर सिंह, मेशी सिंह पुत्र जोगा सिंह, काका सिंह पुत्र गोगी सिंह, लक्खा सिंह पुत्र ज्ञान सिंह, जगतार सिंह पुत्र सरी राम और करीब 10 अज्ञात हमलावर मौके पर पहुंचे, जिनके पास कृपाणें, डंडे, बेसबॉल, कुल्हाड़ी, दातर सहित अन्य तेजधार हथियार थे।

उक्त हमलावरों ने आते ही मंगत मंगा पर हमला कर दिया, जबकि गुरमुख सिंह वहां से फरार हो गया और उसने अपनी गाड़ी दूर खड़ी कर ली। हमलावरों ने बुरी तरह कथित तेजधार हथियारों से मंगत मंगा को बुरी तरह काट दिया। जब हमलावर वहां से चले गए तो मेवा सिंह ने आकर अपने भाई को गाड़ी में डालकर अस्पताल ले जाने की कोशिश की। जहां नछत्तर सिंह वापस लौट आया, जो मेवा सिंह का मोबाइल फोन और मंगा के हाथ में पहनी सोने की अंगूठी निकालकर ले गया। मेवा सिंह ने बताया कि उसने किसी तरह मंगत सिंह को गाड़ी में डाला और गांव सलेमपुर के पूर्व सरपंच गुरनाम सिंह को साथ लेकर पहले सिविल अस्पताल कूंमकलां और फिर ई.एस.आई. अस्पताल लुधियाना पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया।

इस हत्याकांड की सूचना मिलते ही ए.डी.सी.पी.-4 रुपिन्दर कौर, ए.सी.पी. साहनेवाल सिमरजीत सिंह, थाना इंचार्ज सब-इंस्पैक्टर हरशपाल सिंह चाहल, डाग स्क्वायड और फोरेंसिक विभाग की टीमें मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।

थाना कूंमकलों के इंचार्ज हरशपाल सिंह चाहल ने बताया कि पुलिस ने 10 अज्ञात हत्यारों सहित नछत्तर सिंह, काला सिंह, नाम सिंह, शेर सिंह, जिन्दर सिंह, पप्पा सिंह, लक्खी, मेशी, काका सिंह, लक्खी सिंह और जगतार सिंह के खिलाफ हत्या, लूटपाट व अन्य धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज करने के बाद नामजद हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। जिक्रयोग्य है कि सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी से संबंधित नछत्तर सिंह ढोलणवाल जिला परिषद मैंबर है।

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Content Writer

Tania pathak