जीरा शराब फैक्टरी मामला: संयुक्त किसान मोर्चा ने दी यह चेतावनी

punjabkesari.in Saturday, Dec 24, 2022 - 10:41 AM (IST)

 चंडीगढ़/ जीरा (हांडा, गुरमेल, अकालियांवाला): पंजाब के जीरा में एम्ब्रोज शराब फैक्टरी के मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि इस मामले में दूषित पानी की जांच के लिए 3 कमेटियों का गठन किया गया है, सभी कमेटियों में एक्सपर्टर्स को शामिल किया गया है और प्रदर्शनकारियों का भी एक प्रतिनिधि इसमें शामिल है। 

शराब फैक्टरी की ओर से पेश हुए वकील ने मांग की कि उन्हें भी इन कमेटियों में प्रतिनिधित्व दिया जाए, जिस पर कोर्ट का कहना था कि ये कमेटियां कोर्ट ने नहीं, सरकार ने बनाई हैं और सरकार ही इस संबंध में फैसला लेगी। सरकार की ओर से पेश हुए अधिवक्ता ने फैक्टरी की मांग मान ली। फैक्टरी के वकीलों का कहना था कि वह सारे मापदंड और औपचारिकताएं पूरी करते हैं। इसके बावजूद फैक्टरी बंद पड़ी है। ग्रामीणों के सरपंच की ओर से पेश हुए वकील ने कहा कि वह शराब फैक्टरी मालिकों को आमंत्रित करते हैं कि वे एक सप्ताह तक उनके बीच रहें और पानी पीकर दिखाएं। फैक्टरी के वकीलों का कहना था कि हो सकता है कि दूषित पानी किसी और वजह से आ रहा हो, जिसकी जांच को वह तैयार हैं। 

सरकार की 3 कमेटियां 3 सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देंगी। कोर्ट को बताया जाएगा कि आस-पास के गांवों में पानी शराब फैक्टरी के कारण दूषित हो रहा है या इसकी वजह कोई और है। मामले की सुनवाई अब जनवरी के दूसरे सप्ताह में होगी। जीरा की उपायुक्त अमृत सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा गठित कमेटियों के सदस्य शुक्रवार को फिरोजपुर पहुंचे। इन कमेटियों को विभिन्न समस्याओं की जांच करके रिपोर्ट देनी है। इन समितियों के अधिकारियों व प्रतिनिधियों का अस्थाई कार्यालय बना दिया गया। समितियों और क्षेत्र के निवासियों से समन्वय के लिए अतिरिक्त उपायुक्त को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

मान सिंह प्रखंड विकास एवं पंचायत अधिकारी जीरा को इन समितियों को जांच में सहयोग करने के लिए संपर्क अधिकारी के पद पर लगाया गया है। उन्होंने कहा कि इन टीमों के आगमन के संबंध में गांवों के गुरुद्वारों में सुबह-शाम अनाऊंसमैंट किया जाएगा। इसके अलावा कुमारी पवनदीप कौर, कृषि विकास अधिकारी डॉ. विवेक कुमार मल्होत्रा, वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनदीप कौर और अंशप्रीत सिंह अनुविभागीय अभियंता पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड टीमों का सहयोग करेंगे। उपायुक्त ने शराब फैक्टरी से सटे गांवों की पंचायतों, जनप्रतिनिधियों और संयुक्त मोर्चा के नेताओं से अपील की कि वे अपने मुद्दे इन समितियों के समक्ष उठाएं। 

जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक कमेटियां मंजूर नहीं : संयुक्त किसान मोर्चा

संयुक्त किसान मोर्चा और संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने चेतावनी देते कहा कि जब तक कारखाने को स्थायी रूप से बंद नहीं किया जाता है और हमारे नजरबंद नेताओं को रिहा नहीं किया जाता है, तब तक समितियां हमें मंजूर नहीं हैं और न ही सैंपल कलैक् करने आई टीमों को कोई सहयोग देंगे। इस मौके पर बूटा सिंह बुर्ज गिल, रोमन बराड़ महियांवाला, सरपंच गुरमैल सिंह मंसूरवाल कलां, संदीप सिंह, गुरजंट सिंह पूर्व सरपंच रटौल, सरपंच गुरजंट सिंह पूर्व सरपंच रटौल, कुलदीप सिंह सरन, संदीप सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए। वहीं क्रांतिकारी ग्रामीण मजदूर संघ के नेता दिलबाग सिंह की अगुवाई में शराब फैक्ट्री को बंद करवाने के लिए मार्च निकाला गया।

कड़कती ठंड में डटे प्रदर्शनकारी 

शराब फैक्टरी के बाहर कड़कती ठंड में प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं और वे शराब फैक्टरी को बंद करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक फैक्टरी बंद नहीं की जाएगी, वे यहीं डटे रहेंगे। प्रदर्शनकारियों व फैक्टरी संचालकों में शांति बनाए रखने के लिए जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता प्रबंध किए गए हैं और लोगों से अपील की जा रही है कि वे माहौल खराब न करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करें। प्रदर्शनकारियों पर नजर रखने के लिए एस.एस.पी. कंवलदीप कौर, एस.पी. गुरमीत सिंह चीमा व डी.एस.पी. जीरा पलविंदर सिंह संधू मौके खुद तैनात हैं।

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News Editor

Urmila