सुविधाओं के अभाव में पढ़ रहे हैं रिसोर्स रूम में दिव्यांग व मंदबुद्धि बच्चे

punjabkesari.in Saturday, Dec 15, 2018 - 11:15 AM (IST)

धूरी(जैन): सरकारी प्राइमरी स्कूल धूरी गांव की इमारत में विशेष जरूरतों वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए चल रहे रिसोर्स रूम के विधार्थियों को सुविधाओं के अभाव में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पढ़ रहे दिव्यांग और मंदबुद्धि विद्यार्थी जहां बिना बिजली के अंधेरे में पढऩे के लिए मजबूर हैं, वहीं इन बच्चों को पढ़ाने वाली वालंटियर रीटा रानी ने स्कूल प्रमुख पर रिसोर्स रूम को यहां से शिफ्ट करने का दबाव बनाने के आरोप भी लगाए हैं। 

इस संबंधी पत्रकारों से बातचीत करती हुई वालंटियर रीटा रानी ने बताया कि वह रिसोर्स रूम में 12 बच्चों को पढ़ाती है तथा इन बच्चों में से कुछ बच्चे अपनी दैनिक क्रियाओं तक के लिए भी वालंटियर पर निर्भर हैं। 

उन्होंने इस रिसोर्स रूम को किसी अन्य स्कूल में शिफ्ट करने का दबाव बनाने की बात कही। उन्होंने इसके लिए बिजली और सफाई सहित अन्य सुविधाओं से वंचित रख उन्हें तंग-परेशान करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने मांग की कि इन दिव्यांग और मंदबुद्धि बच्चों को स्कूल की इसी इमारत में बनती सुविधाएं दी जाएं।  

इस संबंधी स्कूल की हैड टीचर जरनैल कौर से सम्पर्क करने पर उन्होंने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया तथा कहा कि उनके द्वारा किसी को तंग-परेशान नही किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस स्कूल की इमारत में प्राइमरी स्कूल धूरी गांव के साथ-साथ वार्ड नंबर-6 के विद्यार्थी भी शिक्षा हासिल कर रहे हैं। उन्होंने सुविधाओं के अभाव संबंधी पूछने पर कहा कि स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए बैंचों आदि की कमी है। 

डी.ई.ओ. प्राइमरी मुकेश चन्द्र जोशी से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि वह स्कूल का मौका देखने के उपरांत बनती कार्रवाई करेंगे। इस संबंधी एस.डी.एम. धूरी दीपक रुहेला से बात करने पर उन्होंने कहा कि यह मामला मीडिया के द्वारा उनके ध्यान में आया है तथा मामले की जांच के बाद बनती कार्रवाई की जाएगी। 

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