किसानों ने पक्का धरना लगाकर पंजाब सरकार व प्रशासन विरुद्ध की नारेबाजी

punjabkesari.in Tuesday, Dec 04, 2018 - 12:39 PM (IST)

 

भवानीगढ़ (कांसल): भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की गांव झनेड़ी की ग्रामीण इकाई द्वारा आज इकाई प्रधान अमर सिंह के नेतृत्व में डेढ़ साल पहले हुई ओलावृष्टि के कारण फसलों के हुए नुक्सान का असल पीड़ित किसानों को मुआवजा न दिए जाने के रोषस्वरूप ब्लाक समिति काम्पलैक्स स्थित एस.डी.एम. दफ्तर के बाहर अनिश्चितकालीन दिए धरने दौरान पंजाब सरकार और स्थानीय प्रशासन विरुद्ध नारेबाजी की गई।

गांव की इकाई के प्रधान अमर सिंह, खजांची जगसीर सिंह, महासचिव अंग्रेज सिंह और नाहर सिंह उप प्रधान ने बताया कि आज से करीब डेढ़ साल पहले इलाके के कई गांवों में हुई ओलावृष्टि के कारण उनके गांव झनेड़ी में किसानों की लगभग सैंकड़ों एकड़ गेहूं की फसल बुरी तरह तबाह हो जाने कारण भारी नुक्सान हुआ था। इसकी सरकार की तरफ से गिरदावरी भी करवाई गई थी परन्तु राजस्व विभाग के संबंधित अधिकारियों ने कथित तौर पर गलत गिरदावरी करके असल पीड़ित किसानों के नाम मुआवजे के लिए भेजने की जगह उन्होंने कथित तौर पर अपने चहेतों के साथ हिस्सा तय करके उनके नाम जिनका इसके साथ कोई भी नुक्सान नहीं था, भेज देने कारण यह बिना नुक्सान वाले चहेतों को तो प्रशासन ने मुआजवे के चैक बांट दिए हैं पर असल पीड़ित किसान आज भी अपना हक लेने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हैं।

उन्होंने कहा कि हम इससे पहले भी कई बार घपलेबाजी संबंधी प्रशासन के ध्यान में लाकर इंसाफ की मांग कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब तक असल पीड़ित किसानों को मुआवजा नहीं मिल जाता है तब तक हमारा धरना जारी रहेगा। इस मौके पर रणधीर सिंह, भरपूर सिंह सहित बड़ी संख्या में वे पीड़ित किसान भी मौजूद थे जिनका ओलावृष्टि के कारण असल नुक्सान हुआ था और उनको अभी तक मुआवजे का एक भी पैसा नहीं मिला था।इस बारे सब डिवीजन के एस.डी.एम. रणदीप सिंह के साथ बात करने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने इस संबंधी डी.सी साहिब को अपनी रिपोर्ट तैयार करके भेज दी है। जो खसरा नंबर पहले किसी कारण करके रह गए थे वह अब इस रिपोर्ट के द्वारा सूची में शामिल करके भेज दिए हैं।

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