खतरे में पंजाब के Students! पाबंदी के बावजूद जोरों पर कर रहे ये काम...
punjabkesari.in Tuesday, Mar 04, 2025 - 10:27 PM (IST)

अमृतसर(दलजीत): पंजाब भर में प्रतिबंध के बावजूद ई-सिगरेट की बिक्री जोरों पर हो रही है। युवा पीढ़ी ई-सिगरेट के बढ़ते चलन में बुरी तरह फंस गई है। आकर्षक ई-सिगरेट का सेवन न केवल युवाओं द्वारा बल्कि स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों द्वारा भी तेजी से किया जा रहा है। यदि सरकार ने समय रहते इस प्रतिबंध को जमीनी स्तर पर सख्ती से लागू न किया तो आने वाले समय में ई-सिगरेट युवा पीढ़ी की जड़ों को बुरी तरह से कमजोर कर देगी।
जानकारी के अनुसार ई-सिगरेट से होने वाले भारी नुकसान को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार ने पूरे राज्य में इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और सीमावर्ती क्षेत्र होने कारण अमृतसर पंजाब भर में अब ई-सिगरेट का हब बनने लग पड़ता है। स्वास्थ्य विभाग जहां नियमों के खिलाफ काम करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है, वहीं पुलिस प्रशासन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और अन्य क्षेत्रों से बड़े स्तर पर ई-सिगरेट जब्त कर रहा है, लेकिन अफसोस की बाती है कि बड़ी कार्रवाई के बावजूद सिगरेट का यह कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। ई-सिगरेट बेहद ही अच्छे ढंग से बनी होने कारण युवा पीढ़ी यह सवाल काफी आकर्षक हो रही है। यह सिगरेट से न तो धुआं निकलता है और इसकी बनतर भी आम सिगरेट की तुलना में अधिक पतली होती है। इस सिगरेट पर न तो कोई चेतावनी चित्र दर्ज की गई है, न ही इस बात की कोई चेतावनी दी गई है कि इससे जानी-माली नुक्सान हो सकता है। इस सिगरेट में निकोटीन, टोलीन फोरमोडमोनो आक्साइड जैसे जहरीले रसायन होते हैं, जोकि इसके सेवन से मानव के शरीर में जाकर खतरनाक भूमिका निभाते हैं। पहले इसकी लत केवल युवाओं की ही लगी थी लेकिन अब स्कूली छात्र भी तेजी से इस ई-सिगरेट का सेवन करने लगे हैं।
अधिक युवा लोग दिखावे के लिए पीते हैं ई-सिगरेट
आजकल दिखावटी जीवन जीने के लिए लोग अधिक काम कर रहे हैं, लेकिन हमारे युवा दिखावटी जीवन के बीच तेजी से ई-सिगरेट की लत में फंस रहे हैं। पंजाब के युवा इस सिगरेट का इस्तेमाल दिखावे के लिए ज्यादा कर रहे हैं। छोटी कक्षाओं से लेकर बड़ी कक्षाओं तक के कई छात्र इस सिगरेट के प्रभाव से बच नहीं पाए हैं। यह पंजाब के कई जिलों में कई रैस्टोरेंटों और अन्य स्थानों पर आसानी से उपलब्ध है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई
पाबंदी के बावजूद ई-सिगरेट बेचने वालों खिलाफ स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिविल सर्जन डा. किरनदीप कौर के नेतृत्व में कोटपा के जिला नोडल अधिकारी डा. जगनजोत कौर द्वारा बड़े स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। विभाग द्वारा लगातार संबंधित दुकानदारों को उक्त पाबंदीशुदा सामान बेचने पर जहां नोटिस जारी किए जा रहे है, वहीं चालान भी काटे जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन द्वारा उक्त गलत कार्य करने वालों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग तो ईमानदारी से अपना काम कर रही है, लेकिन दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन नियमों के खिलाफ काम करने वालों खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई अमल लाता हुआ नजर आ रहा है।
कैंसर, हृदय रोग व सांस लेने में तकलीफ में होती है वृद्धि
इंडियन मैडीकल एसोसिएशन टी.बी. कंट्रोल के नोडल अधिकारी डा. नरेश चावला ने कहा कि ई-सिगरेट के अत्यधिक सेवन से कैंसर, हृदय रोग, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस आदि बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डा. चावला के अनुसार श्वसन संबंधी समस्याओं और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है।
युवा पीढ़ी के भविष्य का भारी नुक्सान
इंडियन मैडीकल एसो. के सदस्य डा. रजनीश शर्मा ने कहा कि पंजाब और केंद्र सरकार द्वारा इसको भयानक खतरा मानते हुए सिगरेट पर प्रतिबंध लगा दिया है। युवा पीढ़ी इसकी ओर अधिक आकर्षित हो रही है। यदि समय रहते इस कोटपा एक्ट को जमीनी स्तर पर सख्ती से लागू न किया गया तो भविष्य में युवा पीढ़ी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
तंबाकूनोशी से संबंधित बड़े स्तर पर सामने आते है मरीज
पंजाब का सबसे बड़ा सरकारी टी.बी. अस्पताल के पूर्व प्रमुख डा. नवीन पांधी ने कहा कि तंबाकूनोशी से श्वसन व अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सरकारी संस्था एवं अन्य संस्थानों में बड़े स्तर पर तंबाकूनोशी से संबंधित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मुंह का कैंसर व अन्य कैंसरों के अलावा श्वास नाली व अन्य बीमारियों को सीधे तौर पर तंबाकूनोशी निमंत्रण देती है।