पैरा मिल्ट्री फोर्स तैनात होने के बावजूद भारत-पाक बार्डर पर उड़ाए जा रहे बड़े व छोटे ड्रोन

punjabkesari.in Sunday, Mar 24, 2024 - 04:56 PM (IST)

अमृतसर : केन्द्रीय चुनाव आयोग की तरफ से कोड ऑफ कंडक्ट लागू किया जा चुका है और पूरे जिले में पैरा-मिल्ट्री फोर्स, पंजाब पुलिस की टीमें व फ्लाइंग स्कवॉयड गश्त कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भारत-पाकिस्तान बार्डर पर ड्रोन्स की मूवमैंट जारी है। सीमावर्ती गांव अटलगढ़ में स्थानीय लोगों की तरफ से पाकिस्तानी ड्रोन की आमद देखने के बाद पुलिस को सूचित किया गया और सीमावर्ती गांव नेष्टा में भी कुछ ऐसा ही हुआ बी.एस.एफ. व पंजाब पुलिस की तरफ से विलेज डिफैंस कमेटियों के सहयोग से ड्रोन्स तो जब्त कर लिए गए लेकिन तस्करों का कोई अता पता नहीं है और न ही ड्रोन के जरिए फैकी गई खेप के बारे में अभी तक कोई जानकारी मिल सकी है। दूसरी तरफ भारत-पाकिस्तान बार्डर फैंसिंग के दोनों ही तरफ इस समय गेहूं की फसल खड़ी है और आने वाले दिनों में इसकी कटाई का काम भी शुरु होने वाला है। इसी खड़ी फसल की आड़ लेकर पाकिस्तानी तस्करों ने हैरोइन की भारी वजन वाली खेप फैंकनी शुरू कर दी है, जो बड़ा ड्रोन जब्त किया गया है, वह काफी अत्याधुनिक है और भारी वजन उठाने में भी सक्षम है।

गल्लुवाल में गिरी खेप के तस्करों का भी पता नहीं

8 मार्च के दिन भी पाकिस्तानी ड्रोन डेढ़ किलोमीटर भारतीय सीमा के अन्दर खेप फैककर लौट गया। सीमावर्ती गांव मुहावा से गल्लुवाल की तरफ जाते रास्ते पर गुरुद्व‌ारा साहिब से थोड़ा आगे गल्लुवाल की तरफ हैरोइन फैकी गई थी, जिसकी आवाज काफी दूर तक सुनाई दी और इस खेप को रिसीव करने के लिए कई तस्कर मौके पर पहुंचे, क्योंकि जिस इलाके में खेप गिरी उस इलाके में तस्करों की तरफ से गेहूं की फसल का नुकसान किया गया, लेकिन उनको खेप नहीं मिल पाई हालांकि माना जा रहा है कि तस्करों की तरफ से हैरोइन के एक से ज्यादा पैकेट फैके गए, लेकिन एक पैकेट तस्करों के हाथ नहीं लग पाया, लेकिन अभी तक गल्लुवाल में खेप मंगवाने वाले तस्करों का भी कोई अता पता नहीं चल सका है।

हॉकी ग्राऊंड में ही फैंक दी हैरोइन की खेप

पाकिस्तान किस प्रकार से भारत की युवा पीढ़ी को नशे की दलदल में फंसाना चाहता है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पाकिस्तानी तस्करों ने अटारी के हॉकी स्टेडियम के अन्दर ही हैरोइन की खेप को फैंक दिया हालांकि सूचना के आधार पर पुलिस ने खेप लेने आए 2 तस्करों को भी गिरफ्तार कर लिया, लेकिन जांच दो तस्करों तक की सीमित रह गई। तस्करों की तरफ से साजिश के तहत खेल स्टेडियम में खेप फिकवाई गई थी।

5 से 7 किलोमीटर तक अन्दर घुस रहे ड्रोन

पाकिस्तान व भारतीय सीमा में सरगर्म तस्कर अत्याधुनिक तकनीक वाले ड्रोन का प्रयोग कर रहे हैं और सूत्रों के अनुसार यह ड्रोन भारतीय सीमा में पांच से सात किलोमीटर तक अन्दर घुस रहे हैं, जिसको रोक पाना बी.एस.एफ. के लिए लगभग असंभव सा है एक मामले में तो चीचा भकनां गांव तक ड्रोन पहुंचने की चर्चा है, जबकि यह गांव बार्डर फैंसिंग के दस किलोमीटर दूरी पर है।

सुरक्षा एजैंसियों का सूचना तंत्र मजबूत नहीं

माहिरों के अनुसार सीमावर्ती इलाकों में हैरोइन व अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए केन्द्रीय व राज्य सरकार की एजैंसियों जिसमें मुख्य रुप से देहाती पुलिस को अपना सूचना तंत्र मजबूत करने की सख्त जरुरत है, तभी हैरोइन की तस्करी को रोका जा सकता है और तस्करों का साथ देने वाले व तस्करों के साथ मिलीभगत करने वाले कर्मचारियों की भी शिनाख्त करने की जरुरत है, क्योंकि तस्करों के भय के कारण लोग पुलिस को सूचना नहीं देते हैं। सूचना लीक होने का भय लोगों के मन में रहता है।

जेलों से अभी भी चल रहा नैटवर्क

जेलों के अन्दर से जिस प्रकार से आए दिन कैदियों से मोबाइल व अन्य आपतिजनक सामान मिल रहा है, उसको देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जेलों के अन्दर से ही नैटवर्क चल रहा है और जेलों में बैठे पुराने तस्कर अन्दर से ही अपने गुर्गों को दिशानिर्देश देते हैं।

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News Editor

Kalash

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