त्यौहार का असर! शराब के ठेकों पर बिक्री में भारी गिरावट

punjabkesari.in Sunday, Apr 14, 2024 - 05:07 PM (IST)

अमृतसर : नवरात्रों व बैसाखी के त्यौहार के चलते शराब का कारोबार इन दिनों बुरी तरह से प्रभावित है। प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक शराब के ठेकों पर 60 से प्रतिशत से अधिक सेल कम हो चुकी है। वहीं मांसाहार की अधिकतर दुकानें बंद हो गई है और होटलों व ढाबों पर नॉनवेज मिलना भी मुश्किल हो गया है, जिससे कबाव व शराब पीने वाले प्रेमियों में निराशा पाई जा रही है।

बता दें कि कारोबार कोई भी हो, मंदी और तेजी लगी रहती है। सर्दी के दिन हो तो ड्राई फ्रूट की तेजी और शरबतों में मंदी होती है। इसी प्रकार गर्मियों के दिनों में कोल्ड-ड्रिंक और लस्सी की तेजी होती है, वहीं गज्जक और मूंगफली जैसे खाद्य पदार्थ मंदे में चले जाते हैं। यही हालत कपड़ों के व्यापार का है। कुल मिलाकर शायद ही कोई ऐसा कारोबार हो, जिसे पूरा वर्ष कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन अपवाद के तौर पर शराब का कारोबार ऐसा है, जहां बसंत हो या पतझड़, गर्मियों और सर्दियों दोनों ही सीजन में तेजी ही तेजी होती है। सुबह हो या शाम दिन हो या रात शराब के ठेके पर पीने वालों की लाइन लगी ही रहती है। शराब के कारोबार पर उस समय ही मंदी का दौर आता है, जब त्यौहार होते हैं। विशेषकर यह त्यौहार नवरात्रि जो वर्ष में दो बार आते हैं, जबकि इसके अतिरिक्त कुछ व्रतधारी त्यौहार भी है, जिनमें लोग शराब पीने से गुरेज करते हैं।

नवरात्रि का त्यौहार वर्ष में दो बार आता हैं एक अप्रैल के दिनों में और दूसरे अक्तूबर में। इन दिनों में अधिकतर लोग शराब पीना बंद कर देते हैं, वहीं दूसरी तरफ नॉनवेज का सामान बेचने वाले भी इन दिनों में अपनी दुकानें ही बंद कर देते हैं। नवरात्रि के इन नौ दिनों में शराब की सेल कई बार तो 70 प्रतिशत से भी अधिक कम हो जाती है, लेकिन शराब के ठेकेदारों के मुताबिक इन दिनों में 40 प्रतिशत के करीब सेल चल रही है। हिंदू वर्ग से संबंधित तो इन दिनों में 98 प्रतिशत लोग शराब पीना बंद कर देते हैं। हालांकि अन्य धर्म के कई वर्ग भी नवरात्रों में मांसाहार और मद्यपान से गुरेज करते हैं।

शराब के कारोबार में मंदी के दौर का एक कारण यह भी है कि 31 मार्च के निकट शराब के ठेकेदार अपने पुराने स्टॉक को समाप्त करने के चक्कर में आधे से कम कीमत पर भी शराब 31 मार्च के निकट दिनों में बेच जाते हैं। इस सस्ती शराब का लाभ उठाते हुए कई रूटिंग में सेवन करने वाले कस्टमर तो दो-दो/तीन-तीन महीने का स्टॉक अपने पास जमा कर लेते हैं। नियमित शराब पीने वालों की वित्तीय वर्ष के अंतिम दिनों में खरीद शराब के ठेकेदारों की कई महीने तक सेल बढ़ने नहीं देती।

अवैध शराब के खिलाफ पुलिस के अभियान भी फिलहाल ठंडे!

नवरात्रों व बैसाखी के त्यौहार के चलते जहां पर शराब के ठेकों पर मंदी चल रही है वहां पर पुलिस द्वारा अवैध शराब के खिलाफ चलाए गए अभियान भी फिलहाल ठंडे चल रहे हैं। कारण है कि डिमांड ही नहीं है और यदि डिमांड नहीं है तो अभियान कैसा? बहरहाल अभी इसके लिए तीन दिन और यानी मंगलवार तक इंतजार करना पड़ेगा।

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News Editor

Kalash

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