बच्चे को HIV पॉजिटिव खून चढ़ाने के मामले में दुखी परिवार की नहीं सुन रहे फरियाद

punjabkesari.in Friday, Nov 13, 2020 - 05:33 PM (IST)

बठिंडा(विजय):  सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक के लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के कारण आएं दिन किसी न किसी की जान से खिलवाड़ हो रहा है। पहले 7 वर्षीय बच्चे  और अब 11 साल के थैलेसीमिया  पीड़ित बच्चे को एच.आई.वी. सक्रमित ब्लड (खून) चढ़ाने के मामले में वीरवार को पीड़ित बच्चे व उसके परिजनों के बयान तक दर्ज नहीं किए गए है, जबकि पीड़ित बच्चा व उसके माता-पिता वीरवार सुबह मामले की जांच को लेकर गठित कमेटी के पास अपने बयान दर्ज करवाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन करीब 2 घंटे तक एस.एम.ओ. कार्यालय के बाहर बैठकर इंतजार करने के बाद बिना बयान दर्ज करवाएं बैरंग वापस चले गए।

मिली जानाकीर के अनुसार11 साल के थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चे को गत दिवस एच.आई.वी. पॉजिटिव रक्त चढ़ाने के मामले में वीरवार को पीड़ित बच्चे व उसके परिजनों के बयान तक दर्ज नहीं किए गए।  पीड़ित बच्चा व उसके परिजन वीरवार सुबह मामले की जांच को लेकर गठित कमेटी के पास गए और 2 घंटे इंतजार करते रहे लेकिन ब्यान दर्ज नहीं हुए। कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इस गंभीर मामले को स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू सहित सभी उच्चाधिकारियों को लिखती शिकायत भेजी गई। उन्होंने इस मामले में कार्रवाई की मांग भी की। वहीं उनका कहना है कि थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चे को एच.आई.वी. पॉजिटिव ब्लड चढ़ाने के मामले में 2 घंटे बैठने के बावजूद पीड़ित परिवार की शिकायत नहीं सुनी गई। मामले को लेकर 3 मैंबरी कमेटी गठित भी की गई ह पर कहीं न कहीं मामले को दबाए जाने की कोशिश की जा रही है। 

एच.आई.वी. जैसी खतरनाक बीमारी बांट रहे ब्लड बैंक के अधिकारीं 
वहीं दूसरी तरफ  थैलेसीमिया एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि बठिंडा जिले में करीब 80 से ज्यादा बच्चे थैलेसीमिया बीमारी से पीड़ित है जिनमें अधिकतर गरीब व मध्यवर्ग के परिवार से संबंधित है और उनका इलाज भी सिविल अस्पताल में चल रहा है। ऐसे में पहले ही बीमारी से पीड़ित बच्चों को खून के जरिए एच.आई.वी. जैसी खतरनाक बीमारी ब्लड बैंक के अधिकारियों की तरफ  से बांटी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि करीब 6 माह पूर्व भी ब्लड बैंक में इलाइजा टैस्ट करने की बजाएं केवल रैपिड टेस्ट किए जा रहे है। 

एक मामले में आरोपित जेल में दूसरे की चल रही है जांच
बठिंडा के सरकारी अस्पताल में एच.आई.वी. संक्रमित खून चढ़ाने का यह मामला पहला नहीं है। इससे पहले भी 2 लोगों को संक्रमित खून चढ़ाया जा चुका है। थैलेसीमिया पीड़ित बच्ची को एच.आई.वी. पॉजिटिव खून चढ़ाने के मामले में आरोपी पाए गए ब्लड बैंक के पूर्व एम.एल.टी. बलदेव सिंह रोमाणा पर चल रहे केस में कोतवाली पुलिस ने धारा 307 (इरादा कत्ल) के तहत केस दर्ज करके उसको जेल भेज दिया है, जबकि महिला को एच.आई.वी. खून चढ़ाने के मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट में आरोपी पाई गई पूर्व बी.टी.ओ. डा. करिश्मा और एम.एल.टी. ऋचा गोयल पर कार्रवाई के लिए जांच जारी है।

 


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