देश के लिए मेडल लाना है... एक साइकिल तो दे दो
punjabkesari.in Tuesday, Feb 06, 2018 - 03:38 PM (IST)

चंडीगढ़: वह दोनों हाथों से दिव्यांग है, फिर भी साइकिलिंग करते हैं। नेशनल और स्टेट लेवल के साथ 15 मेडल जीत चुके हैं। यंग अचीवर अवार्ड हासिल कर देश के टॉप 30 शाख्सियत में शुमार है लेकिन पंजाब सरकार की बेरूखी से यह युवा खिलाड़ी बेजार है।
पैरा ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेकर देश के लिए मेडल जीतने का सपना देखने वाला यह खिलाड़ी पिछले आठ सालों से एक अदद फ्रोफेशन साइकिल के लिए दर-दर भटक रहा है। यह खिलाड़ी हैं पंजाब के पटियाला जिले में पढऩे वाले पतांडा निवासी साइकिलिस्ट जगविंदर सिंह। आर्थिक तंगी के कारण जगविंदर सिंह प्रोफेशनल साइकिल खरीदने में असमर्थ हैं। उन्हें मलाल है कि पंजाब सरकार ने उन्हें अवार्ड ही दे दिया मगर एक साइकिल नहीं दी।