जिले में पराली को आग लगाने की प्रतिशतता में आई कमी : राजीव पराशर

punjabkesari.in Saturday, Dec 01, 2018 - 12:34 PM (IST)

फरीदकोट (हाली): राज्य सरकार द्वारा व्यापक मुहिम चलाने से इस साल बड़ी संख्या में किसानों ने पराली जलाने के रुझान को त्यागा है और जिला फरीदकोट में भी पराली को आग लगाने की प्रतिशतता क्षेत्रफल में कमी आई है। यह जानकारी डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर ने दी। उन्होंने इस मुहिम में सहयोग करने वाले किसानों का धन्यवाद करते हुए इस मुहिम को उचित ढंग से चलाने वाले विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा निभाए रोल की भी प्रशंसा की।

डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिला फरीदकोट के कृषि विभाग द्वारा पराली के प्रबंधन के लिए किसानों को 414 कृषि यंत्र मुहैया करवाए गए। इसके साथ ही 55 खेती मशीनरी बैंक खोले गए थे, जहां से किसान ने अपनी जरूरत मुताबिक औजार किराए पर लिए और इसका पूरा लाभ लेते हुए किसानों की बदौलत फरीदकोट पड़ोसी जिलों से पराली को आग लगाने से रोकने के लिए आगे रहा है।

डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर ने बताया कि पराली प्रबंधन के लिए पैडी स्ट्राय चोपर/मल्चर औजारों का प्रयोग 5822 एकड़ क्षेत्रफल में किया गया, जबकि हैप्पी सीडर से गेहूं की बिजाई 27745 एकड़ क्षेत्रफल में की गई है। उन्होंने कहा कि इसी तरह जीरो टिल ड्रिल से 12,242 एकड़ क्षेत्रफल, एम.बी. पलोय से 4740 एकड़ और रोटो सीडर खेतीबाड़ी औजार से 10151 एकड़ क्षेत्रफल में की गई। इसी तरह शुरू किए गए मिशन तंदुरुस्त पंजाब मुहिम के अंतर्गत समूचे पराली के प्रबंधन से 60,700 एकड़ क्षेत्रफल इन कृषि औजारों अधीन कवर किया गया है।

इस मौके पर मुख्य कृषि अफसर डा. हरविन्द्र सिंह और प्रोजैक्ट डायरैक्टर आत्मा अमनदीप केशव ने बताया कि किसानों को पराली को आग लगाने व ज्यादा खादों का प्रयोग के नुक्सान, बीजों का चयन, हरी खाद का प्रयोग संबंधी गांव व ब्लाक स्तर पर 5 जून से 5 नवम्बर तक 108 किसान जागरूकता कैंप लगाए गए। इसके अलावा किसानों को नई तकनीक से जोडऩे के लिए हैप्पी सीडर आदि कृषि औजारों की 30 फील्ड प्रदर्शनियां भी लगाई गईं। उन्होंने बताया कि कृषि क्वालिटी कंट्रोल मुहिम के अंतर्गत खाद व कीटनाशकों के 152 सैंपल भी भरे गए।


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