कब तक रेलवे स्टेशन के विस्तार के लिए सिर्फ मिलता रहेगा छलावा
punjabkesari.in Monday, Jan 29, 2018 - 12:29 PM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): कहने को तो होशियारपुर रेलवे स्टेशन को बने 112 साल गुजर गए हैं परन्तु अपने विस्तार को लेकर आज भी रेलवे स्टेशन तरस रहा है। प्राय: हर रेल बजट में होशियारपुर को कभी ऊना तो कभी फगवाड़ा व टांडा तो पिछले साल पहली बार हिमाचल प्रदेश स्थित इन्दौरा रेलवे स्टेशन तक नया रेलवे ट्रैक बिछाने के सर्वे को मंजूरी देने की बात कही गई थी परन्तु पिछले 112 सालों दौरान रेलवे स्टेशन को 1 इंच भी नया रेलवे ट्रैक नसीब नहीं हो पाया।
ऐसे में जब फिर इसी सप्ताह केंद्र सरकार आम बजट में ही रेल बजट पेश करने को अंतिम रूप दे रही है तो इसको लेकर होशियारपुर में भी इस बात की चर्चा छिड़ी हुई है कि चुनावी वर्ष होने की वजह से क्या इस बार होशियारपुर को कुछ मिल पाएगा या फिर उसके साथ छलावा ही होगा?
सर्वे फाइलें फांक रही हैं धूल
गौरतलब है कि होशियारपुर को ऊना से जोडऩे के लिए एक बार नहीं बल्कि 3 बार नए रेल ट्रैक बिछाने के लिए सर्वे करने हेतु मंजूरी मिली परन्तु तीनों ही बार इस ट्रैक को घाटे का सौदा करार दे फाइल को बंद कर दिया गया। 2013 में होशियारपुर को टांडा व फगवाड़ा से जोडऩे की मंजूरी मिली परन्तु इसे भी घाटे का सौदा करार दे दिया गया। यही नहीं, एक बार होशियारपुर को चंडीगढ़ से जोडऩे के
लिए होशियारपुर से जेजों तक रेल ट्रैक बिछाने की बात भी उठी तो उसे भी रेलवे ने घाटे का सौदा करार देते हुए फाइल बंद कर दी। अब हाल यह है कि हर साल घोषणाएं तो होती हैं लेकिन बाद में फाइलों को बंद अलमारी में धूल फांकने के लिए छोड़ दिया जाता है।
ओवरब्रिज हेतु एक इंच भी आगे नहीं बढ़ी रेलवे
1 फरवरी 2017 को बजट में होशियारपुर रेलवे स्टेशन के साथ ही होशियारपुर-फगवाड़ा रोड पर दिन में दर्जनों बार जाम से मुक्ति दिलाने के नाम पर केंद्र सरकार ने 16.4 करोड़ रुपए से टू-लेन रेलवे ओवरब्रिज बनाने की मंजूरी प्रदान की थी। हैरानी वाली बात है कि 1 साल गुजर जाने के बाद भी आज तक इस रेलवे ओवरब्रिज के मामले में रेलवे 1 इंच भी आगे नहीं बढ़ पाई। पूछने पर रेल अधिकारी यही बताते हैं कि इस रेलवे ओवरब्रिज में पंजाब सरकार अपने हिस्से कीमैङ्क्षचग ग्रांट नहीं दे रही वहीं दूसरी तरफ पंजाब सरकार रेलवे पर आरोप लगाने से नहीं चूक रही।
रेलवे चाहे तो होशियारपुर-चंडीगढ़ ट्रेन चला सकती है
करीब 3 साल पहले तत्कालीन चीफ पैसेंजर एंड ट्रैफिक मैनेजर ने होशियारपुर-चंडीगढ़ के बीच दिन के समय होशियारपुर-दिल्ली एक्सप्रैस ट्रेन चलाने की रिपोर्ट तैयार कर इसकी मंजूरी के लिए नॉर्दर्न रेलवे मुख्यालय भेजी थी। रेलवे को भेजी रिपोर्ट में लिखा गया था कि होशियारपुर-दिल्ली एक्सप्रैस का रैक दिनभर होशियारपुर रेलवे स्टेशन में खड़ा रहता है क्योंकि यह ट्रेन रात को 10.30 बजे होशियारपुर से चलती है और सुबह साढ़े 5 बजे वापस पहुंच जाती है।
यदि इसे सुबह 7 बजे के करीब चंडीगढ़ के लिए रवाना किया जाए तो जालंधर, होशियारपुर, लुधियाना, फगवाड़ा समेत अन्य आसपास के यात्री इसमें सफर कर सकेंगे। शाम को साढ़े 5 बजे चंडीगढ़ से चलाया जाएगा तो रात 9 बजे तक गाड़ी होशियारपुर पहुंच जाएगी। फिर इसे 10.30 बजे दिल्ली के लिए आसानी से रवाना किया जा सकेगा। हैरानी वाली बात है कि फिरोजपुर से चंडीगढ़ के लिए इसी तरह की ट्रेन सुविधा जल्द ही शुरू होने वाली है लेकिन होशियारपुर-चंडीगढ़ के लिए कोई इस मुद्दे पर बात तक करने को तैयार नहीं दिख रहा।