हृदय की धड़कन रुकने से होने वाली मौतों को लेकर किया गया जागरुक

punjabkesari.in Sunday, Apr 17, 2022 - 10:44 AM (IST)

जालंधर (रत्ता): एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया (ए.पी.आई) जालंधर चैप्टर द्वारा स्थानीय होटल में आयोजित सी.एम.ई. में अपोलो अस्पताल नई दिल्ली के डॉ विवेक कुमार तथा डॉ वनीता अरोड़ा मुख्य वक्ता थे। सी.एम.ई. शुरू में एपीआई जालंधर चैप्टर के प्रधान डॉ तरुण अग्रवाल ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि सभी सदस्यों को अपडेट करना ही एसोसिएशन का मुख्य उद्देश्य है। सचिव डॉ विशाल जोड़ा ने एसोसिएशन की गतिविधियों बारे विस्तार पूर्वक जानकारी दी। वक्ता डॉ विवेक कुमार ने इंटरेस्टिंग क्लीनिकल ई.सी.जी. केस प्रस्तुत करते हुए कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी।

सीनियर कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट एंड कार्डियक इलेक्ट्रो फिजियोलॉजिस्ट डॉ वनीता अरोड़ा ने "रिकॉग्नाइजिंग ई.सी.जी. पैटर्न विद हाई रिस्क ऑफ सडन कार्डियक अरेस्ट फॉक्सिंग, ऑन द यंग" विषय पर बोलते हुए कहा कि अचानक हृदय की धड़कन रुकने से होने वाली मौतों को जागरूकता से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि हृदय रोग से ग्रस्त हर व्यक्ति अगर रूटीन में अपनी ई.सी.जी. एवं इको करवाएं तो बीमारी को काबू किया जा सकता है।

डॉ वनीता ने कहा कि सडन कार्डियक अरेस्ट के समय कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन (सी.पी.आर.) तकनीक बहुत महत्वपूर्ण होती है इसलिए जहां तक हो सके हर व्यक्ति को यह तकनीक सीखनी चाहिए। दोनों वक्ताओं ने उपस्थिति के सवालों के जवाब भी दिए। अंत में डॉ दीबांशु गुप्ता द्वारा आयोजित ई.सी.जी. क्विज प्रतियोगिता में डॉ संदीप जुनेजा पहले, डॉ के.एस. मक्कड़ दूसरे व डॉ नितिन गुप्ता तीसरे स्थान पढ़ रहे। इस अवसर पर आई.एम.ए. जालंधर के प्रधान डॉ आलोक लालवानी, डॉ वी.पी. शर्मा, डॉ एम.के. अरोड़ा, डॉ चंद्र बौरी, डॉ रमन चावला, डॉ पवन गुप्ता, डॉ अजय मरवाहा, डॉ पवन सूरी, डॉ मुनीष अग्रवाल, डॉ एस एस ढींगरा, डॉ नीतिश गर्ग सहित कई डॉक्टर उपस्थित थे।

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News Editor

Kalash

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