कोरोना वायरस: जल्दबाजी में किया सिविल अस्पताल को ESI में शिफ्ट

punjabkesari.in Friday, Mar 27, 2020 - 12:56 PM (IST)

जालंधर(शौरी): कोरोना वायरस को देखते हुए चंडीगढ़ में बैठे उच्चाधिकारियों ने जल्दबाजी में सिविल अस्पताल के मरीज, एमरजैंसी सेवाएं तथा ओ.पी.डी. ई.एस.आई. अस्पताल में शिफ्ट तो कर दिए हैं लेकिन इसके बावजूद मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और डाक्टर भी नाखुश हैं। जानकारी के मुताबिक ओ.पी.डी. पर बैठने के लिए ई.एस.आई. अस्पताल में कमरा नंबर 60 जारी किया गया है लेकिन पंजाब केसरी टीम ने दौरा किया तो उक्त कमरे में मात्र एक डाक्टर को बिठाया गया था। भीड़ अधिक होने के कारण जहां लोगों को परेशान होना पड़ता है, वहीं अकेला डाक्टर भी परेशानी का सामना कर रहा है। गौर हो कि सिविल अस्पताल में ओ.पी.डी में चमड़ी रोग, मैडीसिन, सर्जिकल, हड्डियों, आई, डैंटल, ई.एन.टी. आदि डाक्टर बैठ कर मरीजों के स्वास्थ्य की जांच करते थे लेकिन अब अकेला डाक्टर सभी डाक्टरों के काम कैसे कर सकता है? पर्चियां तथा फाइल भी पहले कम्यूटराइ’ड बनती थी लेकिन अब स्टाफ हाथ से बना रहा है, जिससे उन्हें भी परेशान होना पड़ रहा है।

350 बैड से 40 पर आई क्षमता
सिविल अस्पताल में मरीजों के लिए करीब 350 से अधिक बैड होते थे लेकिन ई.एस.आई. अस्पताल में सिविल अस्पताल के मरीजों के लिए केवल 40 बैड ही उपलब्ध हैं, जबकि ई.एस.आई. अस्पताल आने वाले मरीजों के लिए 10 बैड रह गए हैं। मारपीट में घायल तथा एमरजैंसी केसों में मरीजों के एक्स-रे तथा सी.टी. स्कैन सिविल अस्पताल से ही होगी। इतना ही नहीं अस्पताल सूत्रों से पता चला है कि ई.एस.आई. अस्पताल के डाक्टर तथा सिविल अस्पताल के एमरजैंसी सेवा करने वाले डाक्टर को इकट्ठे बैठ कर मरीजों की जांच करनी होती है, क्योंकि ई.एस.आई. के मरीजों को सिविल अस्पताल के डाक्टर नहीं देखते, वे अपने मरीजों की ही उपचार करते हैं। टीम को ई.एस.आई. के डाक्टर की कुर्सी खाली दिखी मिली।


डाक्टर को नहीं मिला मास्क, दर्जा चार कर्मी पूरी ड्रैस में  
सबसे बड़ी हैरानी वाली बात यह देखने को मिल रही है कि ई.एस.आई. अस्पताल में सिविल अस्पताल की एमरजैंसी सेवा देने के लिए तैनात डाक्टरों को मास्क, सैनिटाइजर, सर्जिकल कैप तथा गाऊन नहीं दिया गया, जबकि दर्जा चार कर्मचारी पूरी सुविधाओं से लैस दिखाई दे रहा था। एक डाक्टर ने तो यह कह डाला कि वह बाजार से मास्क खरीदने को मजबूर हैं और मरीजों को भी मास्क नहीं दिए जा रहे। मरीजों के लिए ऑक्सीजन का प्रबंध भी यहां नहीं है। सिविल अस्पताल से ऑक्सीजन के सिलैंडर मंगवाने पड़ रहे हैं।


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