शहर में शनिवार को नहीं उठा कूड़ा, बरसात के कारण वरियाणा डम्प के हालात काफी खराब हुए
punjabkesari.in Sunday, Mar 08, 2020 - 12:24 PM (IST)
जालंधर(खुराना): हर महीने शहर की सफाई पर करोड़ों रुपए खर्चने और तमाम प्रयास करने के बावजूद शहर में कूड़े की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही। अभी पिछले सप्ताह शहर ने लगातार 8-10 दिन सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को झेला, जिस दौरान पूरा शहर नरक में तबदील हो गया। हड़ताल खुलने के बाद जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर अभी उठे भी नहीं थे कि शहर में हुई मामूली वर्षा के कारण शहर के मेन डम्प वरियाणा के हालात बिगड़ गए, जिस कारण शनिवार को पूरे शहर में कूड़े की लिफ्टिंग नहीं हुई। ज्यादातर डम्प स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे रहे और कुछ गाड़ियों को छोड़ कर बाकियों ने कूड़ा नहीं उठाया।
रविवार को अगर बारिश न हुई और मौसम अनुकूल रहा तो निगम की गाड़ियां वरियाणा डम्प में बने अस्थायी रास्तों पर मलबा इत्यादि फैंक कर रास्ता बनाने का प्रयास करेंगी, जिसके बाद ही वहां कूड़ा फैंकना सम्भव हो सकेगा। अभी एक-दो दिन शहर में से कूड़े की लिफ्टिंग प्रभावित रह सकती है।
शहर का संभल नहीं रहा, कैंट का सारा कूड़ा आ रहा वरियाणा
जालंधर शहर की बात करें तो नगर निगम से शहर में से हर रोज निकलने वाला 500 टन कूड़ा तो संभाला नहीं जा रहा परंतु पिछले कुछ समय से जालंधर कैंट का काफी कूड़ा वरियाणा डम्प पर फैंका जा रहा है।सुविज्ञ सूत्रों से पता चला है कि कुछ समय पहले जालंधर कैंट में कूड़े की डम्पिंग की समस्या आई थी जिस कारण एक वरिष्ठ सेना अधिकारी ने नगर निगम कमिश्नर से बात करके कुछ समय के लिए कैंट का थोड़ा-बहुत कूड़ा वरियाणा डम्प पर फैंकने हेतु सहमति ले ली थी।
निगम को लगता था कि कैंट से एक-दो गाड़ी कूड़ा वरियाणा में आएगा परंतु पिछले कुछ समय से 10-10 गाड़ियां कैंट से वरियाणा डम्प पर कूड़ा फैंकने आ रही थीं। इस कारण जालंधर निगम की अपनी गाड़ियों को वहां डम्प पर काफी समय इंतजार करना पड़ता था। आज यूनियन प्रतिनिधियों ने यह समस्या जब निगम कमिश्नर को बताई तो उन्होंने कैंट का कूड़ा शहर के डम्प वरियाणा पर फैंकने से मना कर दिया। पता चला है कि कैंट की सफाई व्यवस्था से जुड़े विभाग ने कैंट में पड़ते डम्प का सारा कूड़ा वरियाणा में फिंकवाना शुरू कर दिया था।