जगदीश चंद्र की हत्या का मामलाःआरोपी रुस्तम को 2 दिन से रखा है अवैध हिरासत में

punjabkesari.in Friday, Feb 23, 2018 - 08:28 AM (IST)

जालंधर (मृदुल शर्मा): लांबड़ा के गांव चौगावां में नहर से मिले यूको बैंक के कैशियर जगदीश चंद्र के शव के मामले में पुलिस की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने आरोपी रुस्तम की ऑफिशियल अरैस्ट अब तक नहीं डाली यानी कि उसे 2 दिन से अवैध हिरासत में रखा है।

इस संबंध में पुलिस का तर्क है कि आरोपी के साथ जांच करनी जरूरी थी। पुलिस ने मृतक जगदीश के घरवालों को गच्चा दे दिया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, मगर उसे वीरवार को कोर्ट में पेश नहीं किया। पुलिस इस केस में पहले दिन से ही लापरवाही करने में लगी है। फिलहाल पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई ईंट भी बरामद कर ली है और आरोपी को साथ ले जाकर क्राइम सीन का मुआयना भी कर लिया है। बस्ती शेख का रहने वाल जगदीश चंद्र 14 फरवरी से लापता था जिसको लेकर उसके बेटे कमल कांत ने ए.एस.आई. गुलशन को गुमशुदगी की रिपोर्ट दी थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। हारकर कमल कांत ने खुद अहाता चालक को ढूंढकर और बैंक स्टेटमैंट लेकर पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने जानकारी जुटानी शुरू की और आरोपी को हिरासत में लिया, मगर बाद में छोड़ दिया। 21 फरवरी को लाश की पहचान होने के बाद पुलिस ने बयान दर्ज कर लिए, मगर एफ.आई.आर. के बारे कोई पुष्टि नहीं की। जब घरवालों ने थाना 5 के बाहर धरना-प्रदर्शन किया तो आरोपी को हिरासत में लेकर लॉकअप में डाल दिया गया मगर लिखित कार्रवाई शुरू नहीं की। 

सीनियर अफसर बोले-जूनियर से मांगो क्लैरीफिकेशन 
दूसरी ओर जब इस बारे एस.एच.ओ. से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। उसके बाद ए.सी.पी. वैस्ट को फोन किया तो उन्होंने अवैध हिरासत की बात को टाल दिया। इसके बाद ए.डी.सी.पी. को फोन किया तो उन्होंने भी इस बारे कुछ कहने से मना कर दिया। पुलिस की इस बड़ी चूक के बारे जब आखिर में एक आई.पी.एस. रैंक के अफसर को फोन किया तो बोले कि इल्लीगल कस्टडी जैसा कुछ होता ही नहीं। पहले पूछताछ करनी होती है जिसके बाद अरैस्ट की डाली जाती है। आप ए.डी.सी.पी., ए.सी.पी. या एस.एच.ओ. से पूछें तो ज्यादा बेहतर होगा। इतना कह उन्होंने फोन काट दिया। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News