नगर निगम में अवैध रूप से काम कर रहे हैं JE व SDO!

punjabkesari.in Monday, Jul 15, 2019 - 02:23 PM (IST)

लुधियाना(हितेश): नगर निगम के साथ किया गया एग्रीमैंट एक महीना पहले खत्म होने के बावजूद आऊटसोर्सिंग कम्पनी के जरिए रखे गए जे.ई. व एस.डी.ओज द्वारा अवैध रूप से काम करने का खुलासा हुआ है। यहां बताना उचित होगा कि नगर निगम द्वारा स्टाफ की कमी का हवाला देते हुए बी. एंड आर. शाखा व ओ. एंड एम. सैल में आऊटसोर्सिंग कंपनी के जरिए जे.ई. व एस.डी.ओज रखे गए हैं जिसके लिए पहले जनरल हाऊस में प्रस्ताव पारित करके सरकार की मंजूरी ली गई और फिर कंपनी के साथ किए गए एग्रीमैंट को हर साल एक्सटैंशन दी जाती है लेकिन एक महीना पहले एग्रीमैंट की मियाद खत्म होने के बाद वित्त एवं ठेका कमेटी द्वारा अब तक एक्सटैंशन नहीं दी गई है जिसके बावजूद यह जे.ई. व एस.डी.ओज पहले की तरह अपना काम कर रहे हैं। यहां तक कि नगर निगम द्वारा भी उन ठेके पर काम कर रहे मुलाजिमों को ड्यूटी से हटाने का नोटिस भी जारी नहीं किया गया है।

नियुक्ति के तरीके पर पहले दिन से ही उठ रहे हैं सवाल
नगर निगम द्वारा आऊटसोर्सिंग कंपनी के जरिए जे.ई. व एस.डी.ओज रखने की प्रक्रिया पर पहले दिन से ही सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इस नियुक्ति के लिए कोई मापदंड फिक्स नहीं किए गए हैं और कंपनी को डिमांड भेजकर उनके पास अप्लाई करने वाले लोगों की लिस्ट मंगवाई जाती है जिसमें से चुङ्क्षनदा लोगों के नाम क्लीयर करके नियुक्ति पत्र जारी करने के लिए कंपनी को भेज दिए जाते हैं।


नगर निगम अधिकारियों व नेताओं के रिश्तेदारों की भरमार
नगर निगम में इस समय आऊटसोर्सिंग कंपनी के जरिए जितने भी जे.ई. व एस.डी.ओज रखे गए हैं, उनमें से ’यादातर अधिकारियों व नेताओं के रिश्तेदार हैं जिनको योग्यता पूरी न होने के बावजूद रख लिया गया है। इन मुलाजिमों द्वारा ठीक से काम न करने की शिकायत आए दिन आला अधिकारियों के पास पहुंच रही हैं लेकिन रिश्तेदारों की मदद के चलते उनके खिलाफ  कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।


 टाइप टैस्ट के बहाने छुट्टी करने की तैयारी
सूत्रों के अनुसार इन जे.ई. व एस.डी.ओज को एक्सटैंशन देने से पहले उनका टाइप टैस्ट लेने की योजना बनाई गई है जिसमें फेल होने वाले मुलाजिमों की छुट्टी कर दी जाएगी जिनकी जगह पर कांग्रेसी नेताओं के रिश्तेदारों को एडजस्ट करने की तैयारी चल रही है।

सैलरी के बिना कैसे कर रहे हैं काम?
बताया जाता है कि इन जे.ई. व एस.डी.ओज को एक महीने से ज्यादा समय से सैलरी नहीं मिली है जिसके बावजूद भी उनके द्वारा काम करने पर सवाल खड़े होना लाजिमी है इनमें से एक एस.डी.ओज द्वारा अवैध रूप से चल रहे सबमर्सीबल पम्प के खिलाफ  कार्रवाई न करने के लिए रिश्वत लेने के आरोप में स्टिंग किया गया था हालांकि उस एस.डी.ओज द्वारा उसे फंसाने का दावा किया जा रहा है।

 यह है आऊटसोर्सिंग कंपनी के जरिए स्टाफ  रखने का नुक्सान
नगर निगम द्वारा आऊटसोर्सिंग कंपनी के जरिए जो स्टाफ रखा जा रहा है उसे नियमों का उल्लंघन या धांधली करने के आरोप में चार्जशीट या सस्पैंड नहीं किया जा सकता है, सिर्फ  उन्हें नोटिस जारी किया जाता है या काम से हटा दिया जाता है।


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