स्वच्छता सर्वे 2019 : कौंसिल को पहला स्थान हासिल होने की उम्मीद

punjabkesari.in Monday, Jan 14, 2019 - 04:20 PM (IST)

नवांशहर(त्रिपाठी): स्वच्छता सर्वे 2018 में नार्थ इंडिया में 5वां व पंजाब में तीसरा स्थान हासिल करने वाली नगर कौंसिल की ओर से स्वच्छता सर्वे 2019 के लिए पूरी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। अब केवल सर्वे करने आने वाली टीम का इंतजार है जिसके चलते कौंसिल की पूरी नजर न केवल सर्वे की शर्तों के अनुसार अपलोड हो चुके डाटे की जांच पर लगी है बल्कि सर्वे टीम की ओर से हासिल डायरैक्टरी से शहरवासियों से मिलने वाले फीड बैक का इंतजार है। 

50 हजार तक की आबादी वाली नगर कौंसिलों से मुकाबला
पिछले वर्ष स्वच्छता सर्वे में बढिय़ा कारगुजारी करने वाली नगर कौंसिल का मुकाबला जहां 1 लाख तक की आबादी वाली नगर कौंसिलों के साथ था तो इस बार नवांशहर कौंसिल को 50 हजार तक की आबादी वाली कौंसिल के साथ रखा गया है।  4 से 31 जनवरी तक चलने वाले सर्वे का आधार कौंसिल की ओर से अपलोड किया डाटा है। निर्धारित अवधि के दौरान सर्वे की टीम कभी भी नवांशहर में पहुंच कर बिना किसी पूर्व सूचना पर अपलोड की गई साइटों पर औचक जांच कर सकती है। इसके अतिरिक्त सर्वे टीम की ओर से टैलीफोन डायरैक्टरी से 1 हजार से 1500 तक फोन नंबर भी प्राप्त किए गए हैं जिन पर रिंग करके शहरवासियों से फीड बैक प्राप्त कर सकती है। 

कौंसिले ने रैकिंग सुधार के लिए क्या किए हैं प्रबंध
नगर कौंसिल की ओर से पहला स्थान हासिल करने के लिए पुरजोर प्रयास किए गए हैं। इसके तहत शहर के करीब 60 प्रतिशत गीले कूड़े से खाद बनाई जा रही है। वेस्ट मैनेजमैंट की शर्त को पूरा करने के लिए कौंसिल की ओर से घरों में कूड़ से खाद बनाने के लिए खाद बनाने वाली क्रेट भी घरों को उपलब्ध करवाई गई है। समूह 19 वार्डों से कूड़ा कलैक्शन का कार्य किया जा रहा है, पब्लिक शौचालय तहत न केवल 14 शौचालय को चालू किया गया है बल्कि कुछेक को चाइल्ड एवं हैडीकैप्सम फ्रैंडली भी बनाया गया है। इसी तरह से स्वच्छता संबंधी जागरूकता पैदा करने के लिए नगर कौंसिल दफ्तर सहित शहर के कई प्रमुख स्थानों पर आकर्षक चित्रकारी भी की गई है। 

4 विभिन्न कैटेगरियों में 5 हजार अंकों से होगा मूल्यांकन
नगर कौंसिल प्रधान ललित मोहन पाठक ने बताया कि स्वच्छता सर्वे 2019 के लिए अर्बन डिवैल्पमैंट मिनिस्टरी की ओर से  4 विभिन्न कैटेगरियों में 1250-1250 के हिसाब के कुल 5 हजार अंक निर्धारित किए गए हैं, जबकि सर्वे 2018 में 3 विभिन्न कैटेगरियों में कुल 4 हजार अंक निर्धारित थे। 
उन्होंने बताया कि अंकों में डॉकूमैंटेशन, डायरैक्टर ऑब्जर्वेशन, सिटीजन फीड बैक तथा सर्टीफिकेशन को आधार बनाया गया है जिसमें प्रत्येक के 1250 अंक हैं। उन्होंने बताया कि स्वच्छता सर्वे के पहले वर्ष देश के 73, दूसरे वर्ष 434 तथा तीसरे वर्ष 4203 शहरों को शामिल किया गया था, जबकि इस बार चौथे वर्ष में पूरे देश के शहरों को अलग-अलग कैटेगरियों में शामिल किया है। 

स्वच्छता अभियान को कुछ लोग कर रहे तार-तार

कौंसिल प्रशासन की ओर से कूड़ा-कर्कट डालने के लिए शहर की जगह-जगह पर ड्रम रखे गए हैं, परन्तु कुछ लोग कौंसिल की इस मुहिम को घरों तथा विशेष तौर पर बाजारों में कूड़ा ड्रमों में न डाल कर बाहर फैंकने में लगे हुए हैं। समाज सेवक कमल शर्मा, संदीप शर्मा संजू तथा प्रदीप जोशी का कहना है कि लोगों को कौंसिल मुहिम का बढ़-चढ़कर सहयोग करना चाहिए ताकि नवांशहर स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 का विजेता बन सके। 
 


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