मुख्यमंत्री के शहर में मासूमों की जिंदगी दाव पर

punjabkesari.in Sunday, Feb 16, 2020 - 10:47 AM (IST)

पटियाला(बलजिन्द्र): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के अपने शहर में ही बिना फायर सेफ्टी सिस्टम के ही ज्यादातर स्कूल वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं और संगरूर जैसा भयानक हादसा कभी भी पटियाला में भी घट सकता है। यदि सही मायनों में देखा जाए तो पटियाला जिले में पिछले एक साल से स्कूल वाहनों की सही तरीके से चैकिंग नहीं हुई।

पहले माननीय पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद पटियाला में लगातार 6 महीने तक स्कूली बच्चे ले जाने वाले वाहनों में सही अर्थों में समूचे सेफ्टी सिस्टम की चैकिंगें की गई थीं, जिनमें हाइडल दरवाजे, फस्र्ट एड किट, फायर सेफ्टी सिस्टम और एक निर्धारित संख्या अनुसार बच्चों के बैठने, हरेक स्कूल वैन के साथ कंडक्टर का होना आदि कई ऐसे नियम थे, को पुलिस की तरफ से पूरा करवाने के लिए जोर डाला गया था परन्तु उसके बाद यह मुहिम लगभग ठप्प पड़ गई है।

हालांकि संगरूर में घटे भयानक हादसे के बाद फिर से प्रशासन जागा परन्तु लगातार चैकिंग न करना और समूचे सेफ्टी सिस्टम लाने की हिदायतें जारी न करना सीधे तौर पर स्कूली बच्चों की जिन्दगियों के साथ खेलने वाली बात है। यहां वर्णनीय है कि संगरूर में स्कूल वैन को आग लगने से 4 नन्ही जानें मौके पर ही जल गईं और यदि अब भी प्रशासन न जागा तो ऐसा हादसा पटियाला में भी घटने से इन्कार नहीं किया जा सकता। 

समूचे स्कूली वाहनों की चैकिंग की जाएगी: एस.पी. चीमा
संगरूर हादसे के बाद पटियाला प्रशासन ने भी ऐलान कर दिया कि आज से समूचे स्कूल वाहनों की चैकिंग की जाएगी। एस.पी. ट्रैफिक पलविंदर सिंह चीमा ने मीडिया को बताया कि किसी भी आऊटडेटिड वाहन को बच्चों को ले जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी जब उनके ध्यान में जहां कहीं भी मामला आया तो उन्होंने अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए वहां कार्रवाई की है पर अब विशेष तौर पर एक मुहिम चलाई जाएगी, जिसमें सबसे पहले समूचे स्कूल प्रबंधकों को पत्र लिख कर अपने वाहनों को अपडेट करने और नियमों के अनुसार बच्चे ले जाने की इजाजत देने के निर्देश दिए जाएंगे। दूसरी तरफ आज से ही चैकिंग शुरू कर दी जाएगी। 


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Edited By

Sunita sarangal

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