CM कैप्टन के खिलाफ लामबंद हुए मंत्री, विधायक व सांसद

punjabkesari.in Wednesday, May 19, 2021 - 10:50 AM (IST)

चंडीगढ(अश्वनी कुमार) : पंजाब के कई मंत्री, विधायक व सांसद अब खुलकर मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। मंगलवार को मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के घर पर दर्जन भर कांग्रेसी नेताओं ने बैठक की।  बताया जा रहा है कि बैठक में सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित 2 मंत्री, परगट सिंह सहित कुछ विधायक और सांसद प्रताप सिंह बाजवा शामिल हुए।

इससे पहले पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ भी ऐसी ही लामबंदी देखने को मिली थी, जब करीब 7 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री का समर्थन किया था। तब मंत्री ब्रह्म मोहिद्रा, साधु सिंह धर्मसोत, सुंदर श्याम अरोड़ा, बलबीर सिंह सिद्धू, गुरप्रीत सिंह कांगड़, विजय इंद्र सिंगला और भरत भूषण आशु ने बाकायदा बयान जारी कर कांग्रेस हाईकमान से सिद्धू को सस्पैंड करने का आह्वान किया था। वहीं, अब पंजाब कांग्रेस का एक धड़ा सीधे तौर पर मुख्यमंत्री के खिलाफ खड़ा हो गया है। चन्नी के घर हुई बैठक के दौरान इन नेताओं ने पंजाब की जांच एजैंसियों के गलत इस्तेमाल को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। सभी नेताओं ने एक सुर में कहा कि मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह विरोध की आवाज को दबाने के लिए गलत हथकंडे अपना रहे हैं।

पहले पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ विजिलैंस जांच को तूल दिया गया और बाद में नवजोत सिद्धू के करीबी विधायक परगट सिंह को मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार ने फोन पर धमकी दी। इसी कड़ी में पंजाब महिला आयोग ने करीब 3 साल पुराने मामले में अचानक मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया। वहीं, मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के खिलाफ भी जेल की कुछ घटनाओं को लेकर पुलिस जांच होने की चर्चाओं का बाजार जानबूझकर गर्माया गया। इन नेताओं ने इन सभी घटनाक्रम को गंभीर करार देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस अदंरखाते ही इस तरह बदले की भावना से प्रेरित हो जाएगी तो पंजाब में स्थितियां विस्फोटक होंगी, जिसका सीधा खमियाजा कांग्रेस को 2022 में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।

‘हाईकमान ने संभाला मोर्चा, मंत्री चन्नी ने टाली प्रैस कॉन्फ्रैंस’
पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान पर अब कांग्रेस हाईकमान ने सीधी नजर टिका ली है। हाईकमान के हस्तक्षेप की वजह से ही मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मंगलवार को प्रस्तावित प्रैस कॉन्फ्रैंस को टाल दिया। चन्नी ने महिला आयोग के मामले में प्रैस कॉन्फ्रैंस बुलाई थी। उधर, हाईकमान के निर्देश पर पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के घर पर हुई बैठक में शामिल विधायकों व मंत्रियों के साथ बातचीत की। रावत ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान सभी मामलों से पूरी तरह अवगत है और अगले कुछ दिनों में वह खुद पंजाब का दौरा करेंगे। हरीश रावत ने कहा कि वह मौजूदा हालात को लेकर खासे फिक्रमंद हैं। इस पर चन्नी के घर बैठक में उपस्थित कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि वह जल्द से जल्द पंजाब में आकर पूरी स्थिति पर संज्ञान लें। नेताओं ने रावत को यह भी कहा कि वह पंजाब के तमाम विधायकों के साथ एक-एक कर बैठक करें ताकि पंजाब में कांग्रेस की मौजूदा जमीनी हकीकत सामने आ सके। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि पंजाब में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं तो हाईकमान को अब पूरी स्थिति को संभालना चाहिए। 

‘न जेल जाने से डरता हूं, न जांच से डरता हूं : सुखजिंदर सिंह रंधावा’
मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी खुलेआम कहा कि वह न तो किसी जांच से डरते हैं और न ही जेल जाने से डरते हैं। जेल इंसानों के लिए ही बनी होती है। अगर कोई यह सोचता है कि जो वायदे किए गए थे उस पर बोलना गलत है और जांच से डर जाएंगे तो वह स्पष्ट करना चाहते हैं कि वह खुद विजिलैंस के सामने खड़े हो जाएंगे और जांच करवाएंगे। विधायक परगट सिंह को धमकाने के मामले पर रंधावा ने कहा कि धमकाना कांग्रेस की फितरत नहीं है। रंधावा ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी संबंधी लड़ाई को जानबूझकर डायवर्ट किया जा रहा है और यह बड़ी बदकिस्मती है। पता नहीं कौन यह षड्यंत्र रच रहा है और गंभीर इश्यू को साइड ट्रैक कर रहा है। रंधावा ने यह भी कहा कि गोलीकांड मामले में हाईकोर्ट के निर्णय को लेकर मंत्रिमंडल बैठक में मुख्यमंत्री ने जो कुछ कहा, उससे उनके मन को ठेस पहुंची। इसके बाद होना तो यह चाहिए था कि इस मसले को गंभीरता से लिया जाता, लेकिन बेवजह मामले को बिगाड़ा जा रहा है। पूछा जा रहा है कि आवाज बुलंद करने वालों की गिनती कितनी है? तो वह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि गुरु साहिब ने कहा था सवा लाख से एक लड़ाऊं। अगर एक भी रह जाएंगे तो गुरु के लिए लड़ते रहेंगे।

‘विधायक परगट सिंह बोले-मंत्री चन्नी के खिलाफ बोलने वालों को ज्ञान की कमी’ 
विधायक परगट सिंह मंगलवार को भी काफी तीखे स्वर में नजर आए। उन्होंने कहा कि पंजाब महिला आयोग ने तीन साल पुराने मामले को उठाया तो है, लेकिन उनके पास ज्ञान की कमी है। पंजाब महिला आयोग के संवैधानिक पद पर बैठने वाले धरने प्रदर्शन की बात नहीं करते। उनके पास कानूनी विकल्प होते हैं। इसलिए उन्हें कानूनी जानकारियों को अपडेट करने के बाद मंत्री चन्नी के खिलाफ बोलना चाहिए। परगट सिंह ने कहा कि पंजाब की बेहतरी के लिए पॉजिटिव एनर्जी लगाई जानी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य है कि नैगेटिव एनर्जी की तरफ चल पड़े हैं।
 

‘विजिलैंस का इस्तेमाल विस्फोटक हालात के लिए होगा जिम्मेदार : प्रताप सिंह बाजवा’
सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब में किसी के खिलाफ विजिलैंस का इस्तेमाल हालात को विस्फोटक बना देगा। विजिलैंस अगर अपने ही लोगों के खिलाफ जांच करेगी तो विरोध होना तय है। वहीं, विधायक परगट सिंह को धमकाने के मामले पर बाजवा ने कहा कि मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह को खुद आगे आकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। यह बेहद गंभीर मामला है। इन्होंने हाईकमान से मामले में दखल देने की अपील की है।

‘पार्टी प्लेटफॉर्म पर उठाए जाने चाहिएं मुद्दे : भरत भूषण आशु’
पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान पर मंत्री भरत भूषण आशु ने कहा कि सभी को अपने मसले व मुद्दे पार्टी प्लेटफार्म पर उठाने चाहिएं। आशु ने कहा कि गोलीकांड मामले में हाईकोर्ट के आदेश उपरांत कांग्रेस नेताओं में कुछ विरोध है, लेकिन इस पर सरकार लगातार मंथन कर रही है। आशु ने विधायक परगट सिंह को धमकाने व मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ एक पुराने मामले को दोबारा खोलने पर कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। 


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Vatika

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