जहरीली शराब ने उजाड़े 3 परिवार, एक ने खोई आंखों की रोशनी

punjabkesari.in Saturday, Jul 25, 2020 - 01:38 PM (IST)

तरनतारन(रमन): जिले के अधीन आते गांव रटौल में एक हफ्ते दौरान जहरीली शराब पीने से 3 गरीब घरों के साथ संबंधित व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। अब जहां पीड़ित परिवारों की ओर से डी.सी. से आर्थिक मदद की मांग की जा रही है, वहीं पुलिस प्रशासन से जहरीली शराब का धंधा करने वालों को तुरंत गिरफ्तार करने की गुहार भी लगाई जा रही है। गौर हो कि इस गांव में 30 रुपए की लाल परी वाली गिलासी बेचने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई न किए जाने के कारण गांव निवासियों में भारी रोष पाया जा रहा है। 

गांव रटौल निवासी राज मिस्त्री रौनक सिंह (48), युवक सुरजीत सिंह (27) और मजदूरी करने वाले जोगिंद्र सिंह (50) ने बीते एक हफ्ते पहले गांव में बिकने वाली एल्कोहल के साथ तैयार जहरीली शराब पी ली थी, जिसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। जब इलाज के लिए उनको सरकारी अस्पताल ले जाया गया तो वहां पर तीनों की बारी-बारी मौत हो गई। इसी तरह गांव के निवासी रविंदर सिंह ने भी जहरीली शराब का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद वह बीमार हो गया जो इस समय अस्पताल में उपचाराधीन है।

इसके इलाज दौरान उसकी आंखों की रौशनी बहुत ज्यादा कम हो गई है। रविंदर सिंह की मां बलविंदर कौर, बेटी पलकप्रीत कौर, शगुनप्रीत कौर, बेटे अकाशदीप सिंह, भाई हरपाल सिंह ने जानकारी देते बताया कि गांव में सरेआम पुलिस प्रशासन की मिली भुगत के साथ शराब का धंधा किया जा रहा है, जिसके चलते रविंदर सिंह की आंखों की नजर घटने से पूरे घर में अंधेरा हो गया है। उन्होंने कहा कि इस गांव में तीन मौतें इस एल्कोहल के साथ तैयार जहरीली शराब का इस्तेमाल करने से हो चुकी हैं, लेकिन अब तक प्रशासन कुंभकर्णी की नींद सोया पड़ा है और शराब का धंधा जोरों के साथ जारी है। उन्होंने बताया कि गांव में 30 रुपए के हिसाब के साथ जहरीली शराब बेची जा रही है।इस मामले को लेकर पुलिस चौंकी दोबुर्जी के इंचार्ज ए.एस.आई. गज्जण सिंह ने बताया कि गांव में शराब का धंधा करने वालों खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए एक महीने दौरान 7 मुकद्दमे दर्ज किए गए हैं।


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