होशियारपुर जिले के 800 मजदूरों को 33 बसों से भेजा जाएगा जालंधर रेलवे स्टेशन

punjabkesari.in Thursday, May 14, 2020 - 06:33 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): कोरोना वायरस के फैलने के बाद देश के अन्य हिस्सों की ही तरह होशियारपुर में भी जब से कर्फ्यू लगा है तब से सैकड़ों कामगार बेरोजगार हो गए हैं। पैसों की कमी और राशन की दिक्कत के कारण मजदूर परेशान हो मजबूरी में ही सही, अब वे अपने गांवों को जाने लगे हैं। जानकारी के अनुसार होशियारपुर जिले से करीब 21 हजार मजदूर अब तक गांव लौटने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। इसी कड़ी में अब होशियारपुर जिले के विभिन्न हिस्सों के पहले चरण में करीब 800 मजदूरों को जालंधर रेलवे स्टेशन पहुंचाने के लिए पंजाब रोडवेज के होशियारपुर डिपो से 33 बसों की मांग की गई है। संपर्क करने पर होशियारपुर डिपो के जनरल मैनेजर अनिल कुमार ने स्वीकार किया कि प्रशासन की तरफ से आज 15 मई दिन शुक्रवार को देर सायं होशियारपुर से 24, दसूहा से 5 और गढ़शंकर व मुकेरियां से 2-2 रोडवेज बसें इन श्रमिकों को लेकर जालंधर रेलवे स्टेशन पहुंचाने के लिए हमने पूरी तैयारी कर रखी है। 

जालंधर स्टेशन से चल रही है स्पैशल श्रमिक रेलगाड़ी
गौरतलब है कि सरकार की तरफ से श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए जालंधर रेलवे स्टेशन से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रही है। जालंधर स्टेशन से रोजाना ट्रेन उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के श्रमिकों को लेकर जा रही हैं। इनमें कई ऐसे श्रमिक भी हैं जिन्हें यहां रहते 15-20 साल हो गए हैं, बावजूद इसके वे अपना सब कुछ छोडक़र जा रहे हैं। जालंधर रेलवे स्टेशन पर स्पैशल ट्रेनों के हिसाब से ही यात्रियों को प्रशासन की तरफ से उसके मोबाइल पर मैसेज भेज बुलाने के बाद स्क्रीनिंग की जाती है यानि मैडीकल फिटनेस जांची जाती है। जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर पूरी जांच पड़ताल के बाद ही श्रमिकों को ट्रेन के अंदर बैठने दिया जाता है। 

मजदूरों के घर वापसी पर क्रैडिट वार शुरू
इसमें कोई शक नहीं कि पंजाब को छोड़ बिहार व यू.पी.को जाने वाले अधिकतर दिहाड़ीदार व होटल, ठाबों व रैस्टेंट में काम करने वाले श्रमिक ही हैं। होशियारपुर में कफ्र्यू में ढील के बाद लोगों की जिंदगी व कामकाज बड़ी तेजी से पटरी पर दौडऩे लगी है। इसमें कोई शक नहीं कि बिहार व यू.पी.को जा रहे मजदूर पंजाब फिर वापस लौटेंगे कि नहीं पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। हालात सुधरते ही बिहार में विधानसभा चुनाव को देख सभी राजनीतिक दल इन मजदूरों को घरवापसी कराने को लेकर क्रैडिट लेने की होड़ मचा रखी है।

होशियारपुर रेलवे स्टेशन के बाहर लगाया होर्डिंग
हालांकि होशियारपुर रेलवे स्टेशन से बिहार व यू.पी.सहित देश के किसी भी हिस्सों के लिए कोई सीधी रेलगाड़ी नहीं चल रही है लेकिन श्रमिकों को रेलगाड़ी से घर पहुंचाने को लेकर राजनीतिक दलों के नेता इसका क्रेडिट ले रहे हैं। एक राजनीतिक दल की तरफ से रेलवे स्टेशन के बाहर होर्डिंग भी लगा दिया गया है। इसमें श्रमिकों की घर वापसी का क्रेडिट कांग्रेस को दिया जा रहा है। दूसरी तरफ भाजपा नेताओं के तरफ से भी लगातार बयान दागे जा रहे हैं कि इन श्रमिकों के रेल किट का 85 फीसदी हिस्सा केन्द्र सरकार दे रही है।


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Mohit

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