Dog Lover : पंजाब की बेटी ने बना डाली पहली स्ट्रीट डॉग सेंचुरी, 300 डॉग्स का किया रेस्कयू
punjabkesari.in Monday, Nov 10, 2025 - 02:33 PM (IST)
अमृतसर (नीरज) : स्ट्रीट डॉग्स का विषय मौजूदा समय में एक बहुचर्चित विषय बना हुआ है स्ट्रीट डॉगस से जिनसे नफरत करने वाले भी भारी संख्या में हैं तो इनसे प्यार करने वालों की भी कोई कमी नहीं है। मौजूदा समय में स्ट्रीट डॉग्स की समस्या एक बड़ी चर्चा का विषय बनी हुई है, यहां तक कि माननीय सुप्रीम कोर्ट की तरफ से हाल ही में इस मामले में दखल दिया गया है, जो लोग लावारिस, दुर्घटनाग्रस्त और दम तोड़ रहे स्ट्रीट डॉग्स को नफरत करके अनदेखा कर देते हैं, ऐसे स्ट्रीट डॉग्स की जान बचाने के लिए अमृतसर की बेटी अमिता सेठ ने गुरु की नगरी में पहली स्ट्रीट डॉस सेंचुरी बना डाली है। इसमें अभी तक 300 स्ट्रीट डॉग्स का रैस्कयू किया जा चुका है। फतहगढ़ शुक्रचक गांव में बनाई गई डॉग्स सेंचुरी में समाजसेवी संस्थाओं, पशुओं से प्यार करने वाले लोगों व स्ट्रीट डॉग्स लवर्स की मदद से बनाई गई। इस सेंचुरी में रोजाना 300 डॉगस के लिए ताजा खाना बनाया जाता है। डॉग्स की बीमारियों से जुड़ी दवाएं यहां तक की ऑप्रेशन तक फ्री में किए जाते हैं।
कनाडा छोड़कर अमृतसर में कर रही सेवा
स्ट्रीट डॉग्स सेंचुरी बनाने के लिए अमिता सेठ ने कनाडा तक छोड़ दिया है, जहां ज्यादातर लोग कनाडा जैसे देशों में पीआर लेने के लिए तरह-तरह के पापड़ बेलते देखे जा सकते हैं तो वहीं अमिता सेठ कनाडा में अपने पति के साथ सैटेल होने के बावजूद अमृतसर में स्ट्रीट डॉग सेंचुरी बनाकर सेवा कर रही हैं। इस काम में उनके पति ने भी काफी मदद की है। शुरूआत वर्ष 2019 में हुई जब अपने पति के साथ अमृतसर में घूमने निकली तो तीन स्ट्रीट डॉग्स जो दम तोड़ रहे थे उनको बचाने के लिए प्रयास शुरू किया।

300 में से 100 स्ट्रीट डॉग्स आपाहिज
स्ट्रीट डॉग्स सेंचुरी में 300 में से 100 डॉग्स आपाहिज हैं, जिनकी किसी बस या अन्य वाहन दुर्घटना में आगे वाली टांगें या फिर पीछे वाली टांगे टूट चुकी हैं। ऐसे डॉग्स के लिए बकायदा डॉक्टर व अन्य स्टॉफ को रखा गया है और गांव के ही लोगों को इस सेंचुरी में रोजगार दिया गया है। सड़कों पर या अन्य स्थानों पर दुर्घटनाओं में घायल होने वाले डॉग्स की सेवा के लिए दो एंबुलैंस भी रखी गई हैं। जहां से भी उनको किसी जख्मी डॉग्स के बारे में कॉल आती है तो वहां पर उनकी टीम पहुंच करती है। मौके पर ही फस्टऐड दी जाती है, यदि डॉग ज्यादा जख्मी है तो उसका तब तक इलाज किया जाता है, जब तक पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता।

विदेशी भी सेंचुरी में आकर कर रहे सेवा
अमिता सेठ से प्रेरणा लेकर विदेशी मूल के डॉग लवर्स भी उनकी सेंचुरी में आकर सेवा करते हैं। सेंचुरी में सुबह से लेकर रात तक तीन बार डॉग्स के लिए ताजा खाना बनाया जाता है, जिसमें चावल से लेकर चिकन तक डॉग्स को खिलाया जाता है।
समय पर नसबन्दी करके, अडॉप्शन से हल हो सकती स्ट्रीट डॉगस की समस्या
अमिता सेठ का कहना है कि स्ट्रीट डॉग्स की सही समय पर नसबन्दी करवाकर और डॉग लवर्स को स्ट्रीट डॉग्स की अडॉपशन करवाकर स्ट्रीट डॉग्स की समस्या का हल हो सकता है। इसके लिए सरकार व डॉग लवर्स को मिलकर काम करने की जरुरत है। स्ट्रीट डॉग्स भी परमात्मा के बनाए जीव हैं, हम इनसे इतनी नफरत नहीं कर सकते हैं।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

