अमृतसर बॉर्डर पर बढ़ा खतरा! ड्रोन मूवमेंट बेकाबू

punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 12:41 PM (IST)

अमृतसर (नीरज): एक तरफ जहां सिटी पुलिस, देहाती पुलिस, स्टेट की सुरक्षा एजेसियों जिसमें काउंटर इंटेलीजेंस और एस.एस.ओ.सी. के अलावा बी.एस.एफ. और अन्य एजेंसियो की तरफ से बड़ी मात्रा में हेरोइन व हथियारो को जब्त किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अमृतसर के भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर ड्रोनस की मूवमेंट रुकने का नाम नहीं ले रही है। बी.एस.एफ. की तरफ से जारी आंकड़ों को देखा जाए तो हालात बहुत ही सनसनीखेज बन चुके हैं। 

बी.एस.एफ. की तरफ से जनवरी 2025 से लेकर नवंबर 2025 की शुरुआत तक 251 ड्रोनस का आंकड़ा पार किया जा चुका है। पिछले वर्ष भी बी.एस.एफ. ने एक वर्ष में 300 से ज्यादा ड्रोन जब्त किए थे लेकिन इस वर्ष ऐसा प्रतीत हो रहा है कि 300 का आंकड़ा भी 2026 की शुरुआत में पार हो जाएगा। अमृतसर बॉर्डर के हालात पर नजर डालें तो पता चलता है कि तस्करों की तरफ से लगातार बड़े ड्रोनस उड़ाए जा रहे है। गत दिवस भी बी.एस.एफ. की तरफ से बड़ी मात्रा में हेरोइन की खेप पकड़ी गई है जिसको किसी बड़े ड्रोन के जरिए फैंका गया था।

अमृतसर में सबसे ज्यादा हथियारों की रिकवरी

पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हेरोइन के साथ-साथ अत्याधुनिक हथियार भी मंगवाएं जा रहे हैं, जिनको गैंगवार, फिरौती की वारदातों को अंजाम देने कामों में प्रयोग किया जाना है। अमृतसर में बी.एस.एफ. सिटी पुलिस और अन्य एजेंसियों की तरफ से राज्य के अन्य जिलों की तुलना में सबसे ज्यादा पिस्तौल व अन्य हथियार पकड़े जा चुके हैं। यह भी सोचा जा रहा है कि यदि यह हथियार न पकड़े जाते तो पंजाब के हालात क्या रहे होते। फिलहाल केंद्र सरकार और स्टेट की एजैंसियों की तरफ से इन आंकड़ों का गंभीरता के साथ विश्लेषण भी किया जा रहा है। अमृतसर बॉर्डर पर आखिरकार कौन सी ऐसी दरार है जिसका पाकिस्तान और भारतीय खेमे में बैठे तस्कर फायदा उठा रहे हैं।

एंटी ड्रोन सिस्टम फेल या पास

अमृतसर बॉर्डर के कई इलाकों पर केंद्र सरकार की तरफ से ऐंटी ड्रोन सिस्टम लगाया गया है। इसी तरह से पंजाब सरकार की तरफ से भी सीमावर्ती गांवो में एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया गया है लेकिन इसके बावजूद जिस प्रकार से लगातार ड्रोन के मूवमेंट हो रही है और यह मूवमेंट रुकने का नाम नहीं ले रही है, उससे यह सवाल खड़ा हो चुका है कि क्या एंटी ड्रोन सिस्टम पास है या फेल हो चुका है क्या यह सिस्टम काम कर रहा है या सिर्फ दिखावा मात्र है। सवाल यह भी है कि यदि एंटी ड्रोन सिस्टम पास होता और पूरे तरीके से काम कर रहा होता तो भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर ड्रोनस की मूवमैंट पिछले वर्ष के तुलना में कम होनी थी लेकिन यह तो पिछले वर्ष का आंकड़ा भी पार कर रही है।

नहीं टूट रहा जेलो के अंदर से चल रहा नैटवर्क

अमृतसर सहित पंजाब की मुख्य जेलों के अंदर बड़े-बड़े गैंगस्टर, आतंकवादी और तस्कर कैद है, जिसका खुलासा केंद्रीय एजैंसियों की रिपोर्ट की तरफ से भी किया जा चुका है। सरकार की तरफ से दावा किया जा रहा है कि जेलो के अंदर जैमर लगाए गए हैं लेकिन जिस प्रकार से जेलों के अंदर से आए दिन मोबाइल फोन और नशीले पदार्थ पकड़े जा रहे हैं, उससे यह साबित हो रहा है कि अभी भी जेलों के अंदर से बड़े तस्कर और गैंगस्टर अपना नेटवर्क चला रहे हैं जिसको रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है लेकिन हालात को देखकर ऐसा लग रहा है कि ज्यादा ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

सूचना तंत्र को मजबूत करने की जरूरत

सीमावर्ती गांव में हालांकि सरकार की तरफ से तस्करों पर नजर रखने के लिए विलेज डिफेंस कमेटियों का गठन किया गया है लेकिन इसके बावजूद हालात पहले जैसे ही नजर आ रहे हैं जिसको देखते हुए केंद्र व राज्य सरकार की एजैंसियों को अपना सूचना तंत्र और ज्यादा मजबूत करने की जरूरत है ताकि पंजाब को नशे में डूबने से बचाया जा सके।

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News Editor

Kalash