Jalandhar अंकित हत्याकांड : मृतक की पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे की भी हुई मौत, मची चीख-पुकार

punjabkesari.in Saturday, Apr 20, 2024 - 01:20 PM (IST)

जालंधर : बस्तियात इलाके के बस्ती शेख में अंकित पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसकी हत्या होने के बाद इलाके में दहशत फैल गई थी। अब बेहद दुख वाली बात है कि मृतक अंकित की पत्नी मनीषा जोकि गर्भवती हालत में सिविल अस्पताल दाखिल थी, मारपीट होने के कारण उसका गर्भपात हो गया जिससे उसके पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। सिविल अस्पताल में उसका रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था। मनीषा का कहना था कि पहले तो हत्यारों ने उसकी आंखों के सामने उसके पति की तेजधार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी थी और अब उसके बच्चे की भी मौत हो गई। 

पति को बचाने के दौरान आरोपी करण मल्ली तथा उसकी पत्नी सहित बाकी लोगों ने उस पर भी हमला किया था, लेकिन वह डरी नहीं पति पर वार होते देख हमलावरों से पति की जान बक्श देने की मिन्नतें की, लेकिन पत्थर दिल हमलावरों ने पति के साथ उस पर भी हथियार से बार कर दिया। मनीषा का कहना था कि पति की आखिरी निशानी जोकि उसके गर्भ में पल रही थी, हत्यारों ने वह भी उससे छिन ली। विलाप कर रही मनीषा की मां उसे दिलासा देते हुए नजर आ रही थी और वार्ड में मौजूद बाकी मरीज उसकी दास्तान देख कर भावुक हो रहे थे।

वहीं सिविल अस्पताल के जच्चा-बच्चा अस्पताल में तैनात गायनोलॉजिस्ट डा. गुरमीत सहगल का कहना है कि मनीषा का गर्भपात होने के बाद उसका आप्रेशन भी किया गया, ताकि उसकी जान बचाई जा सके। हालांकि पूरे मामले में सम्बंधित थाने की पुलिस आकर उनसे लिखित में जानकारी ले सकती थी पर अभी तक पुलिस ने पीड़िता का बयान तक दर्ज नहीं किया है।

वहीं मृतक अंकित के भाई विशाल उर्फ मन्नी का कहना है कि मेरा भाई की हत्या करण मल्ली उसकी धर्मपत्नी सोनू और उसकी माता कुलविंदर कौर तथा अन्य लोगों ने मिलकर की। वारदात वाले दिन पुलिस ने करण मल्ली की पत्नी को घटनास्थल से पुलिस ने पकड़ा और थाने तक लेकर गई, लेकिन बाद में एस.एच.ओ. भूषण ने पैसे लेकर उसे छोड़ दिया। विशाल का आरोप है कि उसकी भाभी के बच्चे की मौत में करण की पत्नी शामिल है और उसने भाभी के पेट में लाते मारी थी, इस बाबत वीडियो बतौर सबूत हमारे पास है, लेकिन पुलिस बनती कार्रवाई नहीं कर रही है। पुलिस की कार्रवाई सही तरीके से न होने के काण उन्होंने थाना 5 में धरना भी लगाया था। इस दौरान एस.एच.ओ. ने कहा कि करण की पत्नी उनकी हिरासत में है, लेकिन बाद में अदालत में तीन लोग पेश किए पर करण की पत्नी पेश नहीं की गई। इस बाबत वह पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर शिकायत भी करेंगे और जरूरत पड़ने पर दोबारा से घरना प्रदर्शन तक करेंगे जब उन उन्हें इंसाफ नहीं मिलता।

क्या बोले पुलिस अधिकारी 

इस मामले में ए.सी.पी. वैस्ट कुलभूषण शर्मा का कहना है कि मामला उनके ध्यान में लाया गया है और यह बहुत अफसोस बाली बात है। वह पूरे मामले की खुद जांच करेंगे और यदि एस.एच.ओ. का कोई कसूर सामने आया तो उसके खिलाफ भी सीनियर पुलिस अधिकारियों को रिपोर्ट तैयार करके भेजेंगे। पुलिस कमिश्नर के सख्त आदेश है कि पीड़ित पक्ष को थाना स्तर में बिना सिफारिश इंसाफ मिले।

दूसरी ओर थाना 5 के एस.एच.ओ. भूषण कुमार का कहना है कि हत्या के मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपियों को अदालत के आदेशों पर जेल भेज दिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि आप पर आरोप लगे हैं कि करण की पत्नी को आपने छोड़ दिया तो उनका कहना था कि यह लोग अपनी मर्जी से कहीं भी जा सकते हैं। उनका कहना है कि सिविल अस्पताल से मौत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं आई है। उनका कहना था कि वह कानून का काम कर रहे हैं।

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News Editor

Kalash

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