बठिंडा में ‘जहरीले धुएं की बरसात’, सैंकड़ों जानवर व पक्षी झुलस कर मरे

punjabkesari.in Tuesday, Nov 10, 2020 - 09:13 AM (IST)

बठिंडा(विजय): पराली का धुआं कहर बनकर शहरों में गिर रहा है जिसकी चपेट में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली तक आ चुके हैं और यह जहरीला धुआं रुकने का नाम नहीं ले रहा। कोरोना की मार व डेंगू का डंक झेल रहे बठिंडा में गत दिवस उस समय हद हो गई जब आसमान से जहरीले धुएं की बरसात होने लगी। चारों ओर जले हुए पराली के तिनके बारिश की तरह गिरने लगे, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत आई यहां तक कि कइयों का दम घुटने लगा। शहर में हाहाकार मच गई और धुएं को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म होने लगा और यह आवाज जिला प्रशासन तक भी पहुंची। जहरीले धुएं की बरसात थर्मल प्लांट को तोडऩे आए ठेकेदारों द्वारा थर्मल की जंगली 20 एकड़ जमीन को खाली करने के लिए सरकंडों में लगाई आग के कारण हो रही थी। सूत्रों की मानें तो इस जहरीले धुएं की बरसात से जहां बठिंडा वासी परेशान हो गए वहीं इस आग व धुएं की वजह से सैंकड़ों जानवर व पक्षी जलकर राख हो गए  वहीं कई तो दम घुटने की वजह से मरे भी। 

एस.एस.पी. को दिया मांग पत्र
लोक इंसाफ पार्टी के सदस्यों ने इस मामले संबंधी मांग पत्र एस.एस.पी. बङ्क्षठडा भूपिंद्रजीत सिंह विर्क को दिया और लिखित शिकायत में आरोप लगाया कि जंगल में जान-बूझ कर लगाई गई आग में हुई जीव हत्या का जिम्मेदार कौन है और उस पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि पराली जलाने पर किसानों पर मामले दर्ज किए जा रहे हैं जबकि ठेकेदारों ने एक ही बार में 20 एकड़ जमीन पर बने जंगल को आग लगा दी जिसमें हजारों बेजुबानों की जान गई, उन पर भी प्रशासन मामला दर्ज करे। 


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