बड़ी चुनौती, आखिरकार कहां गई पाकस्तिानी ड्रोन से फेंकी गई खेप?

punjabkesari.in Saturday, Dec 24, 2022 - 01:22 PM (IST)

अमृतसर (नीरज): बी.ओ.पी. पुलमोरा के इलाके में बी.एस.एफ. ने वापिस लौटते हुए पाकिस्तानी ड्रोन को तो गोलियों की बौछार करके गिरा लिया है, लेकिन अभी तक किसी भी सुरक्षा एजैंसी को यह पता नहीं चल सका है कि पाकिस्तानी ड्रोन से फैंकी गई हैरोइन या हथियारों की खेप कहां है और किसके पास है।

जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी ड्रोन बी.ओ.पी. पुलमोरा के इलाके में स्थित सीमावर्ती गांव बच्चीविंड तक पहुंच गया था और बार्डर फैंसिंग के 500 मीटर आगे तक आ गया था। अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान ने अपना सबसे अत्याधुनिक ड्रोन भेजा था, जो छह फुट लंबा और लंबी बैटरी के चलते आसमान में ज्यादा समय तक उड़ने वाला और 25 किलो वजन उठाने वाला ड्रोन था। इतना ही नहीं इस ड्रोन में खेप को अपने आप ही फैंकने की भी क्षमता थी, लेकिन बी.एस.एफ. की गोलियों से ड्रोन के टुकड़े-टुकड़े हो गए और पास के खेतों में ड्रोन गिर गया।

पुलिस व सुरक्षा एजैंसियों के दावे खोखले

पुलिस की तरफ से चाहे व सिटी पुलिस हो या फिर देहाती पुलिस यह दावा किया जा रहा है कि जिले में हैरोइन की बिक्री पर लगाम लगा दी गई है, लेकिन सीमावर्ती इलाकों में जिस प्रकार से पाकिस्तान अपने सबसे ज्यादा वजन उठाने वाले ड्रोन भेज रहा है, वो यह साबित करता है कि सीमावर्ती इलाकों में भारतीय तस्कर पूरी तरह से सरगर्म हैं और आए दिन हैरोइन या अन्य आपत्तिजनक सामग्री की तस्करी पाकिस्तान के साथ मिलकर कर रहे हैं। यह भी सच है कि पाकिस्तानी ड्रोन कोई सैर करने के लिए भारतीय सीमा में घुसपैठ नहीं कर रहा है, बल्कि हैरोइन या हथियारों की सप्लाई करने के लिए ही भारतीय इलाकों में घुसपैठ कर रहा है।

ड्रोन पकड़े जाने पर पाकिस्तान रेंजर्स ने अभी तक नहीं दिया जवाब

बी.ओ.पी. दाउके के इलाके में पाकिस्तान रेंजर्स बी.एस.एफ. की तरफ से गिराया गया पाकिस्तानी ड्रोन उठाकर ले गए थे, जिसके बाद बी.एस.एफ. ने रैंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग करके प्रौटैस्ट लैटर भी दिया, लेकिन अभी तक पाकिस्तान रेंजर्स ने अपना जवाब नहीं दिया है, जबकि पाकिस्तानी रेंजर्स खुद बर्बाद हो चुके ड्रोन को उठाकर ले गए थे।

खेतीबाड़ी की आड़ में तस्करी कर रहे कुछ किसान वेशी तस्कर

बार्डर फैंसिंग के आस-पास का इलाका इतना सुनसान है कि कोई बाहर से आने वाला व्यक्ति यहां आकर भटक सकता है, क्योंकि यहां पर रास्ते का पता नहीं चलता है। इस इलाके में वही व्यक्ति रास्ते का पता लगा सकता है जो यहां का रहने वाला है। एन.सी.बी. व अन्य सुरक्षा एजैंसियों की एक जांच रिपोर्ट के अनुसार सीमावर्ती इलाकों में मुख्य रुप से तार के पार खेती करने वाले कुछ किसान ही हैरोइन व हथियारों की तस्करी के काले कारोबार में शामिल हैं और कई बार खेतीबाड़ी उपकरणों में हैरोइन छिपाकर लाते हुए बी.एस.एफ. की तरफ से पकड़े भी जा चुके हैं।

अमृतसर में ही क्यों हो रही है सबसे ज्यादा ड्रोन की मूवमैंट

बी.एस.एफ. के आंकड़ों के अनुसार 200 से ज्यादा बार पाकिस्तानी ड्रोन की मूवमैंट हो चुकी है और सबसे ज्यादा मूवमैंट अमृतसर के इलाके में ही हुई है और सबसे ज्यादा ड्रोन भी अमृतसर के इलाके में ही गिराए गए हैं। हैरोइन तस्करी के मामले में अमृतसर जिले की बात करें तो पता चलता है कि हैरोइन की सबसे बड़ी खेप 532 किलो व 52 किलो मिक्सड नॉर्कोटिक्स अमृतसर में ही स्थित आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर पकड़ी गई थी और इसी आई.सी.पी. पर कस्टम ने दोबारा 107 किलो हैरोइन की खेप को पकड़ा था।

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News Editor

Urmila

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