सावधान! PGI की Teenagers को नसीहत, इन Products से रहें दूर

punjabkesari.in Thursday, Feb 11, 2021 - 11:14 AM (IST)

चंडीगढ़(पाल) : पी.जी.आई. ओरल हैल्थ साइंस सैंटर की एक रिसर्च के मुताबिक हर्बल फ्लेवर्ड हुक्का/सिगरेट टीनएजर्स की हैल्थ पर इन दिनों एक बड़ा इफैक्ट डाल रहा है। डॉक्टरों ने टीनएजर्स को इससे दूर रहने की सलाह दी है। ओरल हैल्थ साइंसेज सैंटर के रिसर्चरों ने हर्बल सिगरेट्स की ऑनलाइन अवेलेबिलिटी पर की एक स्टडी को एक इंटरनैशनल पीयर-रिव्यू जनरल-टोबैको कंट्रोल में पब्लिश किया है। हर्बल स्मोकिंग प्रोडक्ट्स पर यह नई रिसर्च है, जो ग्लोबल लैवल पर रिसर्चरों व पॉलिसी मेकर्स का ध्यान आकर्षित कर रही है।

निकोटीन नहीं होती मगर फ्लेवर ही खतरनाक
ओरल हैल्थ साइंस सैंटर्स के हैड प्रो. कृष्ण गाबा ने कहा कि युवाओं में यह बहुत फेमस है। सबसे खतरनाक बात यह है कि इन प्रोडक्ट्स को हैल्थ प्रोमोटिंग प्रोडक्ट्स के रूप में दिखाया जा रहा है, जिसकी वजह से लोग इन्हें खरीद लेते हैं। जोकि एक बड़ी परेशानी है। रिसर्च में बताया गया है कि तेंदू के पत्तों में लपेट कर जड़ी-बूटियों के सस्ते हर्बल सिगरेट और बीड़ी आसानी से ऑनलाइन उपलब्ध हैं और इन्हें आमतौर पर पारंपरिक सिगरेट के ऑप्शन के तौर पर एक सेफ और हैल्दी बताकर बेच दिया जाता है। जबकि इन प्रोडक्ट्स में कोई निकोटीन नहीं होती, जबकि फ्लेवर ही खतरनाक होते हैं, जिसे देखते हुए इन प्रोडक्ट्स की बिक्री और मार्कीटिंग को रोकने की जरूरत है।

युवाओं में बढ़ रही लोकप्रियता
हर्बल सिगरेट और बीड़ी भारत, एशिया, उत्तरी अमरीका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में व्यापक रूप से उपलब्ध हैं। दुनिया भर में युवा लोगों के बीच उनकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण, रिसर्चर्स इसकी अवेलेबिलिटी और मार्कीटिंग के तरीके का पता लगाना चाहते थे। इस रिसर्च में सिगरेट और बीड़ी सहित हर्बल स्मोकिंग प्रोडक्ट्स को प्रैजेंट करने वाले वैब पेजेस को यूज किया गया था। प्रो. आशिमा गोयल ने बताया कि इस रिसर्च में ई-रिटेल बाजार में सस्ती कीमत पर विभिन्न स्वादों में हर्बल धूम्रपान उत्पादों की विशाल उपलब्धता की सूचना दी है। यह बिना किसी उम्र के प्रतिबंध और तम्बाकू धूम्रपान के सुरक्षित विकल्प के रूप में बेचे जा रहे हैं। रिसर्च में यह भी बताया गया है कि हालांकि पारंपरिक सिगरेट के एक स्वस्थ विकल्प के रूप में कहा जाता है, इनमें अभी भी संभावित हानिकारक रसायन होते हैं और बाहरी कार्बन मोनोऑक्साइड आसपास के लोगों को प्रभावित कर सकते हैं।


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Vatika

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