साफ-सफाई में माहिर महिलाओं की एक लापरवाही बना देती है कैंसर का शिकार! पढ़ें पूरा मामला

punjabkesari.in Thursday, Jul 24, 2025 - 07:34 PM (IST)

पंजाब डेस्क: भारतीय घरों में महिलाएं दिनभर घर की सफाई में जुटी रहती हैं। घर का शायद ही कोई कोना ऐसा हो जिसे वे गंदा छोड़ दें। लेकिन तमाम मेहनत और सफाई के बावजूद वे एक अहम लापरवाही कर बैठती हैं, जोकि गंभीर बीमारी का कारण बन जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यही चूक सर्वाइकल कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को जन्म देती है।

भारत में महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर :

भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में पाया जाने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है। हर साल इस बीमारी से करीब 80,000 महिलाएं अपनी जान गंवा देती हैं। एम्स (AIIMS) के कैंसर संस्थान डॉ. बी.आर. एआईआरसीएच (DRBRAIRCH) में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग की प्रमुख डॉ. सुमन भास्कर बताती हैं कि भारत में पहले नंबर पर ब्रेस्ट कैंसर आता है, जो मुख्यतः मध्यम या उच्च वर्ग की महिलाओं में देखा जाता है। जबकि सर्वाइकल कैंसर आमतौर पर निम्न मध्यम वर्ग या आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओं में पाया जाता है, और इसका सबसे बड़ा कारण है जननांग (पैरिनियल) स्वच्छता में लापरवाही।

हाईजीन में चूक हो सकती है खतरनाक :

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, महिलाओं को मासिक धर्म, शारीरिक संबंध, और डेली रूटीन में हाईजीन का विशेष ध्यान रखना चाहिए। दुर्भाग्यवश आज भी कई महिलाएं इन मुद्दों पर परिवार से बात नहीं करतीं, जिससे समय पर इलाज नहीं हो पाता। शादी के बाद भी कई महिलाएं साफ-सफाई को नजरअंदाज करती हैं, जिसके चलते वे संक्रमण और आगे चलकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाती हैं।

देर से अस्पताल पहुंचना बनता है बड़ी चुनौती

डॉक्टर्स का कहना है कि अधिकतर महिलाएं तब अस्पताल पहुंचती हैं जब कैंसर आखिरी स्टेज में पहुंच चुका होता है, जिससे इलाज करना मुश्किल हो जाता है। सबसे बड़ी बात ये है कि, सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित महिलाएं अस्पताल में आखिरी स्टेज में पहुंचती हैं। इस की चलते उनका इलाज करना बहुत मुश्किल हो जाता है।

HPV वैक्सीन है जीवनरक्षक :

भारत में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए अब एचपीवी (HPV) वैक्सीन उपलब्ध है। यह वैक्सीन महिलाओं के साथ-साथ 9 वर्ष से ऊपर की बच्चियों को भी लगवाना बेहद जरूरी है, जिससे भविष्य में इस बीमारी से बचाव संभव हो सके।

महिलाएं रखें इन बातों का खास ध्यान :

  • मासिक धर्म के दौरान पैड या मेंस्ट्रुअल कप हर 4-6 घंटे में बदलें।
  • सेनिटरी प्रोडक्ट इस्तेमाल के बाद हाथ साबुन से अच्छी तरह धोएं।
  • जननांग (पैरिनियल) एरिया को पानी से धोकर सूखा रखें।
  • पीरियड्स में कपड़े की बजाय सेफ और स्वच्छ पैड्स का उपयोग करें।
  • शारीरिक संबंध के बाद साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • जेनिटल एरिया की रोजाना सफाई को आदत में शामिल करें।

सर्वाइकल कैंसर के प्रमुख लक्षण :

  • शारीरिक संबंध के दौरान या बाद में ब्लीडिंग और दर्द होना।
  • असामान्य डिस्चार्ज या बदबूदार स्राव।
  • मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग।

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News Editor

Kamini

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