NTA द्वारा घोषित नीट के परिणाम पर बवाल, विद्यार्थियों में रोष
punjabkesari.in Sunday, Jun 09, 2024 - 01:56 PM (IST)
अमृतसर : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा एन.ई.ई.टी. 2024 के घोषित परिणामों पर बवाल रुकने का नाम नहीं ले रहा। घोषित किए गए परिणाम पर जहां अभिभावकों ने संतुष्टि जाहिर नहीं की है तथा वहीं परीक्षा के संबंध में उच्च स्तरीय सी.बी.आई. जांच की मांग की है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व स्टेट वाइस प्रधान डॉक्टर आर.एस. सेठी ने तो उक्त परीक्षा की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए परीक्षा रद्द कर दोबारा लेने की मांग की है। इस बार परीक्षा में 22 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था।
जानकारी के अनुसार नेशनल मेडिकल कौंसिल द्वारा वर्ष 2024 में एन.ई.ई.टी. की परीक्षा आयोजित की गई परीक्षा में 22 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया, जिसमें से 13 लाख के करीब विद्यार्थी पास हुए। पहली बार हुआ है कि घोषित किए परिणाम में सामने आया है कि कुल 720 अंक में से 720 अंक लेकर एक ही केंद्र के कई विद्यार्थी सामने आए हैं। अभिभावकों द्वारा एन.टी.ए. द्वारा ली गई परीक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कई प्रकार के संगीन आरोप लगाए हैं। कई अभिभावकों द्वारा पेपर लीक होने तक की बात कही गई है व कुछ अभिभावकों ने तो परीक्षा के मापदंड को नियमों के विपरीत बताया है।
कई अभिभावक तो माननीय कोर्ट में भी इस संबंध में याचिका दर्ज कर रहे हैं तथा कई अभिभावकों द्वारा संक्षेप जानकारी के लिए सूचना अधिकार एक्ट के तहत आर.टी.आई. अप्लाई की है। अमृतसर की बात करें तो यहां पर भी घोषित किए गए परिणामों को लेकर अभिभावकों व डॉक्टर समुदाय में भारी रोष पाया जा रहा है। जिले के कई विद्यार्थी बेहतरीन अंक लेकर सामने आए हैं परंतु वह भी घोषित किया, पर नाम से संतुष्ट नहीं है।
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में विद्यार्थियों के भविष्य के साथ हुआ खिलवाड़
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। परीक्षा से पहले जारी प्रोस्पेक्ट में स्पष्ट नहीं किया गया था कि विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स दिया जाएंगे, परंतु अचानक से ही एन.एम.सी. द्वारा कई विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स दे दिए गए। उक्त कार्रवाई से होनहार विद्यार्थी उक्त ग्रेस न मिलने के कारण अपनी मेहनत से नंबर लेने वाले विद्यार्थी ग्रेस मार्क्स लेने वाले विद्यार्थियों की लिस्ट से पीछे हो रहे हैं, जो विद्यार्थी पिछले लंबे समय से मेहनत कर रहे थे, उनकी मेहनत के बावजूद उनके अंक बेहतरीन आए हैं परंतु ग्रेस मार्क्स लेने से अचानक दूसरे विद्यार्थी आगे-आगे हैं। सरासर धांधली हुई है जो भी जिम्मेदार अधिकारी हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए तथा बच्चों को न्याय मिलना चाहिए।
सी.बी.आई. की हो जांच, जो पाए जाए दोषी उन पर हो सख्त कार्रवाई
नीट परीक्षा में धांधली की बदबू आ रही है। यह पेपर दोबारा होना चाहिए और भारत सरकार को इस मामले की सी.बी.आई. जांच करवानी चाहिए तथा जो भी दोषी पाए जाते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। पहली बार हुआ है कि एक ही परीक्षा के अंदर पूरे बटा पूरे नंबर लेकर एक नहीं बल्कि कई विद्यार्थी सामने आए हैं। सीधे तौर पर मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है। विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश की गई है, जिसको कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस संबंध में इंडियन मैडीकल एसोसिएशन विद्यार्थियों के साथ खड़ी है।
एन.टी.ए. की कार्यशाली कटघरे में
एन.टी.ए. की कार्यशाली नीट परीक्षा के संबंध में कटघरे में आ गई है। एक साथ एक ही केंद्र के विद्यार्थी किस प्रकार पूरे बटा पूरे नंबर ले सकते हैं। सवाल खड़ा होता है कि क्या एक ही केंद्र में सभी होनहार विद्यार्थी शामिल हो गए हैं, जिस परीक्षा केंद्र में पेपर लेट शुरू हुआ है। उसके जिम्मेदार संबंधित अधिकारी हैं, परंतु पेपर लेट शुरू होने के बावजूद खास उन्हीं केंद्रों में शामिल विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स देकर दूसरे विद्यार्थियों के साथ अन्याय किया गया है। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए तथा मेहनती तथा ईमानदारी से पेपर देने वाले विद्यार्थियों को इंसाफ मिलना चाहिए।
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