मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र ने 550वें प्रकाश पर्व को संयुक्त रूप से मनाने के लिए नया फार्मूला दिया

punjabkesari.in Sunday, Oct 27, 2019 - 08:52 AM (IST)

चंडीगढ़/जालन्धर(भुल्लर, धवन): श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को संयुक्त रूप से मनाने के लिए पैदा हुए डैडलॉक को दूर करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने आज एक नया फार्मूला एस.जी.पी.सी. के सामने पेश किया है, जिसमें उसे राज्य सरकार द्वारा 12 नवम्बर को आयोजित किए जा रहे समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। समारोह में राष्ट्रपति ने भाग लेना है, जबकि 11 नवम्बर को होने वाले मुख्य समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री के भाग लेने की संभावना है। कैप्टन ने यह सुझाव एस.जी.पी.सी. के प्रधान गोबिंद सिंह लौंगोवाल के सामने रखा है। मुख्यमंत्री ने लौंगोवाल को बैठक के लिए अपने सरकारी निवास स्थान पर आमंत्रित किया था। 
PunjabKesari, Chief Minister Amarinder gave new formula to jointly celebrate 550th Prakash Parv
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान ऐतिहासिक अवसर पर एकता न होने को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इन समारोहों में राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति भाग ले रहे हैं। अलग-अलग समारोह मनाने से एक गलत संदेश सिख समुदाय तथा पूरे विश्व में जाएगा। सिख समुदाय पूर्व में ऐसे समारोहों के समय हमेशा एकजुट रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि पूर्व से चली आ रही प्रथा से दूर होने से समुदाय को नुक्सान उठाना पड़ सकता है। 
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लौंगोवाल ने मुख्यमंत्री को केंद्रीय गृह मंत्री तथा राष्ट्रपति के क्रमश: 11 व 12 नवम्बर को श्री सुल्तानपुर लोधी आने के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि 11 नवम्बर को गुरुद्वारा परिसर के अंदर सुल्तानपुर लोधी में एस.जी.पी.सी. के मंच को सांझा मंच माना जा सकता है, जिसमें राज्य सरकार भी भाग ले सकती है परन्तु 12 नवम्बर को कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने भाग लेना है तथा राज्य प्रमुख होने के कारण राज्य सरकार को यह समारोह करने दिया जाना चाहिए। 
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कैप्टन ने कहा कि संयुक्त रूप से समारोह करने से लोगों के मनों में पैदा संशय की भावना को दूर किया जा सकेगा तथा सिख समुदाय के अंदर एक सकारात्मक संदेश जाएगा। लौंगोवाल ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिया कि एस.जी.पी.सी. द्वारा प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। बैठक में जेल व सहकारिता मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा, ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिन्द्र सिंह बाजवा, तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, सांसद बलविंद्र सिंह भूंदड़ तथा मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार सुरेश कुमार व अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया। 


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Edited By

Sunita sarangal

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