पंजाब में फिर गहरा सकता है सिख जत्थेबंदियों और डेरा समर्थकों के बीच विवाद, पुलिस अलर्ट
punjabkesari.in Saturday, Jul 16, 2022 - 09:17 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमनजीत सिंह): श्री गुुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी किए जाने के मोगा में दर्ज हुए मामलों में डेरा सिरसा से संबंधित लोगों को सजा होने के बाद एक बार फिर पंजाब में सिख संगठनों और डेरा समर्थकों के बीच आमने-सामने की स्थिति बनती नजर आ रही है।
डेरा श्रद्धालुओं को सजा होने और दूसरी तरफ दुष्कर्म व हत्या के मामलों में सजा काट रहे डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को हरियाणा सरकार द्वारा दी गई पैरोल से सिख संगठन पहले ही भड़के हुए थे कि इसी बीच डेरा प्रमुख के वर्चुअल कार्यक्रमों के आयोजन ने आग में घी का काम किया है। डेराबस्सी और तरनतारन में सिख संगठनों द्वारा इन कार्यक्रमों का जबरदस्त विरोध किया गया और समय रहते मिली सूचना के बाद पहुंचे पुलिस बलों द्वारा स्थिति को बिगडऩे से बचा लिया गया लेकिन संभावना है कि यह विरोध और बढ़ सकता है। भाई अमरीक सिंह अजनाला, सतनाम सिंह मनावां व सतकार कमेटी के पदाधिकारियों ने पंजाब सरकार को चेतावनी भी दी है कि यदि पंजाब में कहीं भी श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी से जुड़े रहे डेरा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के कार्यक्रम आयोजित करवाए गए तो उसका सख्त विरोध किया जाएगा और खून-खराबा होने की जिम्मेदारी सरकार की होगी।
वर्चुअल कार्यक्रमों से भड़कीं सिख जत्थेबंदियां
सूचना है कि इसी के मद्देनजर पंजाब पुलिस हैडक्वार्टर द्वारा सभी जिलों, खासकर मालवा के जिला पुलिस प्रमुखों को अलर्ट किया गया है। पुलिस अधिकारियों को कहा गया है कि वह अपने जिलों में होने वाले डेरा प्रमुख के कार्यक्रमों के संबंध में अहतियात बरतें और भड़काहट की स्थिति उत्पन न होने दी जाए। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा की सुनारिया जेल में सजा काट रहे डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के महिमा मंडन से संबंधित वर्चुअल कार्यक्रमों के आयोजन संबंधी अनुमतियों को भी सावधानीपूर्वक प्रदान करने को कहा गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सुरक्षा के प्रबंध पुख्ता रहें और टकराव की स्थिति से बचा जा सके।