मुख्य सचिव विवाद गर्माया, कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री कैप्टन से की जांच की मांग

punjabkesari.in Wednesday, May 13, 2020 - 09:40 PM (IST)

चंडीगढ़ः पंजाब में कांग्रेस के नेताओं ने राजस्व में कथित नुकसान के मामले में मुख्य सचिव करण अवतार सिंह के खिलाफ जांच की मांग की। सिंह से हालांकि वित्तीय आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार वापस ले लिया गया है लेकिन अब नेता उन्हें मुख्य सचिव के पद से हटाने की मांग कर रहे हैं ताकि वह जांच को प्रभावित ना कर पाएं। सत्तारूढ़ पार्टी के तीन विधायकों ने मुख्यमंत्री से उनके खिलाफ जांच का आदेश देने की मांग करते हुए आबकारी राजस्व के कथित नुकसान के लिए राज्य के सबसे वरिष्ठ नौकरशाह को जिम्मेदार ठहराया है। 

गिद्दड़बाहा के विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने मुख्यमंत्री से मुख्य सचिव को उनके पद से हटाने की मांग की। वड़िंग की जांच की मांग का कारागार मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और उर्मर के विधायक संगत सिंह गिलजियां ने समर्थन किया। वड़िंग और गिलजियां मुख्यमंत्री के सलाहकार भी हैं। करण अवतार सिंह को मंगलवार रात वित्तीय आयुक्त के पद से हटा दिया गया था। दो मंत्रियों के उनके बैठक में शामिल होने पर बैठक का हिस्सा ना बनने की घोषणा के बाद यह निर्णय लिया गया था। वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी पिछले हफ्ते एक बैठक में नौकरशाह के ‘‘अस्वीकार्य व्यवहार'' पर आपत्ति जताई थी। 

वड़िंग ने बुधवार को ट्वीट में मुख्यमंत्री से ‘‘600 करोड़ रुपये से अधिक'' के राजस्व के नुकसान के संबंध में मुख्य सचिव के खिलाफ जांच की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया उन्हें मुख्य सचिव के पद से हटा दें ताकि वह जांच को प्रभावित ना कर पाएं।'' कारागार मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जांच की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित करेगा कि पिछले तीन वर्षों में आबकारी विभाग में ‘‘राजस्व हानि'' के लिए कोई जिम्मेदार रहा है। संगत सिंह गिलजियां ने कहा कि वह विभाग में कथित हानि के संबंध में वारिंग और रंधावा की जांच की मांग से सहमत हैं।


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Mohit

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