भीषण गर्मी के बीच तेजी से पैर पसार रही ये भयानक बीमारी, हो जाओ सावधान!

punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 06:17 PM (IST)

अमृतसर (दलजीत): भीषण गर्मी के बीच जिले में डेंगू और चिकनगुनिया की बीमारी ने पैर पसारने शुरू कर दिए है। जिले में डेंगू के 7 और चिकनगुनिया के 16 मामले रिपोर्ट हुए हैं, जिससे लोगों में दहशत फैल गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू और चिकनगुनिया की नि:शुल्क जांच करने के आदेश जारी किए हैं, जबकि उक्त श्रेणी के मरीजों के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में 70 बैड आरक्षित किए गए हैं। विभाग ने डेंगू और चिकनगुनिया की बीमारी के बचाव के लिए लोगों के लिए गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है।

जानकारी के अनुसार डेंगू का मच्छर 16 से 30 डिग्री तापमान में अपना प्रभाव अधिक दिखाता है। यह मच्छर साफ पानी में पैदा होता है और तकरीबन 7 दिन पानी खड़ा रहने पर यह लारवा पैदा करता है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में अब तक डेंगू के सात मामले पॉजीटिव पाए गए हैं, जबकि चिकनगुनिया के 16 मामले सामने आए हैं। पिछले वर्ष डेंगू के 105 मामले तथा चिकनगुनिया के 32 मामले सामने आए थे। ऐसा कहा जाता है कि डेंगू मच्छर एक वर्ष अपना अधिकतम प्रभाव दिखाता है और अगले वर्ष इसका प्रभाव कम हो जाता है। पिछले वर्ष इस बीमारी के बहुत कम मामले सामने आये थे। इस बार आशंका है कि मामलों की संख्या बढ़ जाएगी।

सिविल सर्जन डा. किरनदीप कौर ने बताया कि लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है और स्वास्थ्य केंद्रों पर डेंगू व चिकनगुनिया के नि:शुल्क टैस्ट किए जा रहे हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीमें फील्ड में जाकर स्कूलों व विभिन्न वर्गों के लोगों में जागरूकता पैदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का भी पालन करना चाहिए।

उधर, जिला मलेरिया अधिकारी डा. हरजोत कौर ने बताया कि विभाग पूरी सतर्कता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। स्वास्थ्य केन्द्रों में 70 बैड आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा निजी अस्पतालों को भी पत्र जारी कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आदेशों का पालन करने को कहा गया है। इसके साथ ही आम जनता से भी अपील है कि वे अपने आस-पास साफ पानी जमा न होने दें तथा विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

डा. हरजोत कौर ने बताया कि विभाग द्वारा लगातार लोगों को अभियान में शामिल कर जागरूक किया जा रहा है व ड्राई डे अभियान के तहत हर शुक्रवार को जमीनी स्तर तक लागू करवाया जा रहा है। नियमानुसार सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों से प्राप्त डेंगू व चिकनगुनिया की टैस्ट रिपोर्ट ही स्वीकार की जाती है, जबकि निजी अदारों से प्राप्त रिपोर्ट की पुष्टि विभाग द्वारा नहीं की जाती।

इंडियन मैडीकल एसो. ने की स्वास्थ्य विभाग को समर्थन देने की घोषणा

इंडियन मैडीकल एसोसिएशन के पब्लिक रिलेशन अधिकारी व सचिव डा. नरेश चावला ने कहा कि एसो. हमेशा से ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनहित में चलाई जा रही योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर पर लोगों तक पहुंचाने का काम करती रही है। एसो. द्वारा डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए विभाग की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। जिले के सभी निजी अस्पताल सतर्कता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इसके अलावा निजी अस्पतालों द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है व डेंगू और चिकनगुनिया के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन हमेशा से ही विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए गंभीरता से काम करती रही है।

ये हैं डेंगू और चिकनगुनिया के मुख्य लक्षण

इंडियन मैडीकल एसोसिएशन के सदस्य डा. रजनीश शर्मा ने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण लगभग एक जैसे हैं। उन्होंने कहा कि इसके मुख्य लक्षणों में तेज सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, पेट में दर्द तथा मुंह और नाक से खून आना शामिल हैं। जब भी लोगों को अपने शरीर में ये लक्षण दिखें तो उन्हें तुरंत स्वास्थ्य केन्द्रों पर जाकर नि:शुल्क जांच करवानी चाहिए। इंडियन मैडीकल एसोसिएशन लगातार लोगों को इस बारे में जागरूक कर रहा है।

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News Editor

Kalash

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