दलित युवक की मौत, कैप्टन सरकार की रजवाड़ी सोच और जंगलराज का परिणामः चुघ

punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2019 - 06:14 PM (IST)

चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ ने संगरूर जिले के चंगालीवाला गांव के एक दलित युवक जगमेल सिंह की दरिंदगी से पिटाई और मौत होने घटना की भत्र्सना करते हुए इसे राज्य की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की रजवाड़ी सोच और जंगलराज का परिणाम बताया है।

चुग ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि उक्त युवक को खम्बे से बांध कर न केवल उसकी दरिंदगी से पिटाई गई बल्कि उसकी जांघो से मांस भी नोचा गया जो हैवानियत की पराकाष्ठा, भीभत्स और अमानवीय कृत्य है। उन्होंने राज्य की कैप्टन सरकार की रजवाड़ी सोच को घटना के लिए जिम्मेदार करार देते हुए कहा की जबसे राज्य की बागडोर राजमहलों से शासन चलाने वाले नेताओं को मिली है तब से पंजाब का दलित समुदाय खुद को निस्सहाय, निरीह और दोयम दर्जे का नागरिक समझने के लिए मजबूर है। 

उन्होंने कहा कि जगमेल को गत सात नवंबर को कुछ लोगों ने आपसी रंजिश के चलते उठा लिया और एक मकान में ले गए जहां उन्होंने उसे एक खम्बे से बांध दिया और तीन घंटे तक रॉड और लाठियों से बुरी तरह पीटा। जगमेल के पानी मांगने पर आरोपियों ने उसे मूत्र पिलाया। उन्होंने दावा किया कि आरोपियों ने दरिंदगी की सारी सीमाएं लांघते हुए जगमेल की जांघों से मांस भी नोचा। चुघ ने जगमेल सिंह की नृशंस हत्या पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ की प्रतिक्रिया को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा की मॉब लिंचिंग की आड़ में कैप्टन सरकार इस घिनौनी हत्या पर न तो पर्दा डाल सकती है और न ही अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ सकती है। 

उन्होंने कहा की देश में मॉब लिंचिंग की बुनियाद 1984 में कांग्रेस नेताओं ने ही डाली थी जिसमें 3000 से अधिक सिखों को घरों से खींच कर उनके गले में जलते टायर डाल कर उन्हें मारा गया था। उन्होंने संगरूर की उक्त घटना से आहत पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा की इस मामले को वह दिल्ली स्थित राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के संज्ञान में लाएंगे। 


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Vaneet

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