पंजाब में शराब के कारण पहली बार इतनी मौतें, अस्पताल में मृतकों के शव देख हर आंख हुई नम
punjabkesari.in Sunday, Aug 02, 2020 - 03:50 PM (IST)
तरनतारन(रमन चावला): जिले के अलग-अलग गांवों और शहर में जहरीली शराब का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। जिसके चलते तीन दिनों में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 45 हो गई है। राज्य में यह पहली बार है जब जहरीली शराब के कारण इतनी ज्यादा मौतें हुईं। जिक्रयोग्य है कि इन मौतों का जिम्मेदार पीड़ित परिवार पुलिस प्रशासन और सरकार को ठहरा रहे हैं।
अपाहिज परिवार पर गिरा दुखों का पहाड़
गांव संघे के निवासी मनजीत सिंह (45) पुत्र मलागर सिंह जो खुद अपहिज था और रिक्शा चला कर अपनी अपहिज पत्नी और अपाहिज 16 वर्षीय बेटे का पालन पोषण बहुत मुश्किल से कर रहा था। डा. निरवैल सिंह ने बताया कि गत रात मनजीत सिंह ने जहरीली शराब पी ली, जिससे उसकी सेहत अचानक खराब हो गई और उसने शनिवार सुबह सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि पत्नी और बेटा दोनों अपाहिज होने के कारण कोई कारोबार नहीं कर सकते। जिस कारण वह प्रशासन से इस गरीब और बेसहारा परिवार की आर्थिक मदद की मांग करते हैं।
मासूमों के सिर से उठ गया पिता का साया
गांव संघे के निवासी रेशम सिंह (35) पुत्र स्वर्ण सिंह की जहरीली शराब का प्रयोग करने से शनिवार सुबह अस्पताल में मौत हो गई। मृतक अपने पीछे बुजुर्ग माता महेन्दर कौर, पत्नी मनजिन्दर कौर, बेटी करनप्रीत कौर (18), बेटी महकप्रीत कौर (12), बेटी मलिकाप्रीत कौर (10) और बेटा शमशेर सिंह (4) छोड़ गया है।
बिजली कनैक्शन लेने का सपना रह गया अधूरा
गत रात मेहनत करके थके हुए कुलदीप सिंह (30) पुत्र प्रगट सिंह निवासी संघे ने 50 रुपए की गांव पंडोरी गोले से जहरीली शराब पी ली। जिसके बाद उसकी सेहत खराब होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसने शनिवार सुबह दम तोड़ दिया। मृतक की पत्नी अमनदीप कौर और माता बलजीत कौर ने बताया कि कुलदीप सिंह घर में बिजली सप्लाई चालू करवाने के लिए नया कनैक्शन लगवाने के लिए मेहनत कर रहा था परन्तु उसका यह सपना अधूरा रह गया।
किराए के आटो पर लाए गए शव
सुबह से शाम तक मृतक देह को पोस्टमार्टम के बाद घर ले जाने के लिए लोगों की भीड़ इंतजार करती रही। इस दौरान मृतकों के रिश्तेदारों और पारिवारिक सदस्यों ने पोस्टमार्टम कमरे में कैंडियों की कमी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के पर कई तरह के इल्जाम लगाए। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से उनसे 200 रुपए प्रति शव और बर्फ लगाने के लिए वसूल किए हैं। इस मौके लोगों की ओर से स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।
राजनैतिक नेताओं ने सेकी रोटियां
इस घटना के बाद मृतकों के पारिवारिक सदस्यों के साथ दुख सांझा करने आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल के नेता और विधायक राजनैतिक रोटियां सेकते नजर आए।