सावधान! शहर में बढ़ने लगा Dengue का खतरा, इतने Positive केस
punjabkesari.in Tuesday, Sep 12, 2023 - 08:39 AM (IST)

जालंधर (रत्ता): जिले में डेंगू का एक और पॉजिटिव रोगी मिलने से जिले में कुल रोगियों की संख्या 54 पर पहुंच गई है। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के संदिग्ध जिन 13 रोगियों के सैंपल टैस्ट किए उनमें से सिर्फ एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिले के 54 डेंगू पॉजिटिव रोगियों में से 32 रोगी शहरी एवं 22 ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले हैं।
इसी के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने जिले के जिन शहरी क्षेत्र में 684 तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 2,263 घरों का सर्वे किया उन्हें वहां से 16 स्थानों पर डेंगू ज्वर फैलाने वाले मच्छरों का लारवा मिला। स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक 2,54,731 घरों का सर्वे कर चुकी हैं और इनमें शहरी क्षेत्र के 61,963 तथा ग्रामीण क्षेत्रों के 1,92,768 घर शामिल है। विभाग की टीमों को अब तक शहरी क्षेत्र में 849 एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 270 स्थानों पर डेंगू ज्वर फैलाने वाले मच्छरों का लारवा मिला जिसे उन्होंने नष्ट करवा दिया। विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक चिकनगुनिया के संदिग्ध रोगियों के जिले से संबंधित 124 और अन्य जिलों के 25 रोगियों के अब तक सैंपल टैस्ट किया जा चुके हैं और इनमें से किसी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई।
जिले के 964 संदिग्ध रोगियों में से 54 एवं अन्य जिलों के 511 रोगियों में से 98 की रिपोर्ट पॉजिटिव!
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिला जालंधर के साथ लगते जिलों में डेंगू के पॉजिटिव रोगियों की संख्या बहुत ज्यादा है लेकिन सिविल सर्जन कार्यालय से जो रिपोर्ट सोमवार को जारी की गई, उसमें यही जानकारी दी गई कि जिले के जिन 964 रोगियों के सैंपल टैस्ट किए गए हैं उनमें से सिर्फ 54 की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है जबकि अन्य जिलों के 511 संदिग्ध रोगियों में से 98 रोजी पॉजिटिव पाए गए हैं।
लोगों को डेंगू बारे जागरूक करना बहुत महीने पहले शुरू कर दिया गया था : सिविल सर्जन डॉ. रमन शर्मा
दूसरे जिलों के मुकाबले जिला जालंधर में डेंगू पॉजिटिव रोगियों की संख्या कम होने के बारे में जब सिविल सर्जन डॉ. रमन शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने जिले में बहुत महीने पहले ही आम लोगों को डेंगू बारे जागरूक करना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें पिछले कई महीने से जहां लोगों को जागरूक कर रही हैं, वहीं पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए अभियान ‘हर शुक्रवार-डेंगू पर वार’ का उद्देश्य भी यही है कि लोगों को समझाया जाए कि वह हर शुक्रवार को अपने घरों एवं दफ्तरों के कुलरों में तथा स्टोर किए गए पानी को अवश्य बदले क्योंकि डेंगू ज्वर फैलाने वाले मच्छरों का लारवा साफ पानी में 7 दिनों बाद पैदा होना शुरू होता है।