नगर निगम की चेकिंग में खुलासा, डाइंग इंडस्ट्री के सी.ई.टी.पी. से सीवरेज में छोडा जा रहा कैमिकलयुक्त पानी
punjabkesari.in Saturday, Jul 22, 2023 - 10:22 PM (IST)

लुधियाना (हितेश) : डाइंग इंडस्ट्री द्वारा सी.ई.टी.पी. के जरिए कैमिकलयुक्त पानी को साफ करने का जो दावा किया जा रहा है, उसकी जमीनी हकीकत बिल्कुल उलट है, जिसके तहत नगर निगम की चेकिंग के दौरान सी.ई.टी.पी. से सीवरेज में कैमिकलयुक्त पानी छोड़ने का खुलासा हुआ है।
यहां बताना उचित होगा कि नगर निगम द्वारा बुडढे नाले को प्रदूषण मुकत बनाने की योजना के तहत जमालपुर में जो 225 एम एल डी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है। वहां एंट्री प्वाइंट पर काले रंग का कैमिकलयुक्त पानी पहुंचने की समस्या आ रही है। जिसे लेकर शक की सुई डाइंग इंडस्ट्री की तरफ घुम रही है। लेकिन डाइंग इंडस्ट्री द्वारा सी ई टी पी के जरिए केमीकलयुकत पानी को साफ करने का दावा किया जा रहा है। जिसे लेकर जमीनी हकीकत जानने के लिए नगर निगम के ओ एंड एम सेल के मुलाजिम फील्ड में उतरे। इस दौरान सी ई टी पी के साथ से गुजर रही सीवरेज की लाइन में जोड़े गए दो कनैक्शन के जरिए गर्म व काले रंग का पानी गिरता हुआ पकड़ा गया, जो दोनों कनेकशन सी ई टी पी के अंदर से आ रहे थे। जिसके मददेनजर नगर निगम द्वारा केमीकलयुकत पानी पहुंचने की वजह से एस टी पी की वर्किंग पर असर पड़ने व बुडढे नाले के प्रदूषण की समस्या में इजाफा होने के खिलाफ सी ई टी पी के प्रबंधकों के खिलाफ कारवाई करने के लिए पी पी सी बी को सिफारिश भेजने की बात कही गई है।
ओवर डिस्चार्ज की जताई जा रही है आश्ंका
जिस तरह सी ई टी पी को सीवरेज में केमीकलयुकत पानी छोडते हुए पकडा गया है। उसे लेकर पहली नजर में तो यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि वाटर ट्रीटमेंट का खर्च बचाने के लिए केमीकलयुकत पानी को साफ किए बिना छोडा जाता है। इसके अलावा यह आश्ंका भी जताई जा रही है सी ई टी पी पर 50 एम एल डी की केपेस्टी से ज्यादा पानी पहुंच रहा है, जिस पानी को इस तरह चोर दरवाजे से डिस्चार्ज किया जा रहा है।