नहीं बन रहे ऑटो रिक्शा के लिए ड्राइविंग लाइसैंस, फिर क्यों काट रहे चालान?

punjabkesari.in Wednesday, Feb 17, 2021 - 12:21 PM (IST)

लुधियाना (सुरिन्द्र): जिला ऑटो रिक्शा वर्कर फैडरेशन ने नगर की ट्रैफिक पुलिस और ट्रांसपोर्ट विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वर्ष 2017 से ऑटो रिक्शा के ड्राइविंग लाइसैंस नहीं बन पा हैं तो फिर किस आधार पर गरीब ऑटो रिक्शा चालकों के बिना ड्राइविंग लाइसैंस के चालान किए जा रहे हैं। आज गिल चौक में एक पत्रकार वार्ता के दौरान प्रधान सतीश कुमार मामा ने कहा कि इसकी वजह से गरीब ऑटो रिक्शा चालक सड़कों पर आ गए हैं लेकिन कोई उनकी सुनवाई करने वाला नहीं। बीते दिनों एक ऑटो रिक्शा का ट्रैफिक पुलिस ने 47,500 का चालान कर दिया जो किसी भी हाल में राशि अदा करने की स्थिति में नहीं है।

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों से 7500 किलोग्राम तक के सारे वाहनों के लिए एल.एम.वी. लाइसैंस मान्य हैं। इसके बाद राज्य के ट्रांसपोर्ट विभाग ने वर्ष 2017 से लाइसैंस बनाने बंद कर दिए। ऑटोमेटिड ड्राइविंग टैस्ट सैंटर भी दोपहिया वाहन या कार तैयारी की ट्राई ही लेते हैं। ऑटो रिक्शा का इसमें कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने ट्रैफिक पुलिस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब तो पुलिस कर्मी रेहड़ियों के भी चालान करने लगे हैं। उन्होंने कागजात देख कर ट्रैफिक चालान का जुर्माना माफ करने पर स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को भी आड़े हाथों लिया है तथा कहा कि राज्य के विभाग जनता को सुविधाएं देने की बजाय हिटलरी फरमान जारी कर रहे हैं। अगर गरीब ऑटो रिक्शा चालकों को तंग करना बंद न किया गया तो वह लोग संघर्ष की नीति अपनाने पर मजबूर होंगे।


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Content Writer

Tania pathak

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