भावनात्मक उत्पीड़न से मुख्य गवाह को मारने वाले कांग्रेसी नेताओं की हो गिरफ्तारी: प्रकाश सिंह बादल

punjabkesari.in Thursday, Mar 19, 2020 - 09:16 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): पूर्व मुख्यमंत्री व शिरोमणि अकाली दल के सरप्रस्त प्रकाश सिंह बादल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह पर तीखा शाब्दिक हमला किया। उन्होंने कहा कि कैप्टन लोगों को बताए कि सरकार कांग्रेसी नेताओं कुशलदीप सिंह किक्की ढिल्लों और गुरप्रीत सिंह कांगड़ के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? उनके खिलाफ बहबलकलां घटना के मुख्य गवाह को राजनीतिक, सरकारी और मानसिक दबाव डालकर मौत के मुंह में धकेलने के स्पष्ट सबूत और लिखित शिकायतें हैं। 

उन्होंने मांग की कि भावनात्मक यातना से मुख्य गवाह सुरजीत सिंह का ‘कत्ल’ करने वाले आरोपी कानून के रास्ते में अड़चन डालने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने चाहिए। उनसे पूछताछ की जाए कि गवाह को सच से झूठ में क्यों बदलवाना चाहते थे? मुख्य गवाह की विधवा कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग करती हुई दर-दर की ठोकरें खा रही है। उसने आरोप लगाया है कि कांग्रेसी नेताओं ने पति की गवाही बदलवाने और बेअदबी घटनाओं की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी बारे झूठ बोलने के लिए दबाव डाला था। इस दुखी महिला को न्याय क्यों नहीं दिया जा रहा है? पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अमरेंद्र, उनकी पार्टी और सरकार की बेगुनाही साबित करने की बारी है। इसमें सबसे बढिय़ा ढंग यह है कि साथियों के खिलाफ ठोस और पारदर्शी कार्रवाई करें, जिन पर बदकिस्मत विधवा पति को मानसिक यातना से मारने का आरोप लगा रही है।

इसकी बहुत ज्यादा संभावना है कि जांच खुलासा कर दे कि किस तरह बेअदबी घटनाओं के पैरों के निशान पंथ और शिअद के नामी दुश्मनों के दरवाजे तक जाते हैं। अकाली-भाजपा कार्यकाल दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की मंदभागी घटनाओं के पीछे वही मानसिकता तथा साजिश साफ दिखाई दे रही है।बादल ने कहा कि वह हमे कहते थे कि बहिबलकलां तथा बरगाड़ी की घटनाओं के बाद डेढ़ साल में हमारी सरकार इस साजिश का पर्दाफाश क्यों नहीं कर पाई थी। अब पवित्र ग्रंथों की शपथ खाकर किए झूठे वायदों के कारण बनी अमरेंद्र सरकार को 3 साल का समय हो चुका है। इस दौरान सिर्फ एक बात उभरकर सामने आई है कि कंाग्रेस सरकार सिर्फ दोषियों को बचाने और बड़ी साजिश को दबाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि अपने दरवाजे तक आते पैरों के निशान देखकर डर गए लगते हैं। वह छिपाने का प्रयास कर रहे हैं।

कैप्टन से कहा ‘जवान हो सकते हो, पर एक बिगड़ैल किशोर की तरह व्यवहार मत करो’
बादल ने कहा कि अब यह साबित करने की जिम्मेदारी अमरेंद्र और उनकी सरकार की है कि 3 वर्ष दौरान सत्ता का इस्तेमाल बेअदबी की दुखांत घटनाओं के सबूत को मिटाने या दबाने के लिए नहीं किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को घिर जाने पर विरोधियों बारे अपशब्द बोलने की आदत को छोड़ देना चाहिए। यह बात न उनकी उम्र को शोभा देती है और न ही उच्च पद को, कि ‘बिगड़ैल किशोरों’ की तरह दूसरों के साथ गाली गलौच करें। उन्हें अपनी उम्र तथा पद के अनुसार व्यवहार करना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सभी घटनाएं सीधा बेअदबी की घटनाओं के पीछे एक बड़ी साजिश को छिपाने की कांग्रेस की कोशिशों की और इशारा करती हैं। उन्होंने कहा कि यह बात स्पष्ट है कि बेअदबी की घटनाओं की साजिश अकाली-भाजपा सरकार को बदनाम करने के लिए की गई थी। 


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