कैप्टन सरकार के आते ही रोडवेज में दिखने लगे अच्छे दिन
punjabkesari.in Friday, Apr 07, 2017 - 10:15 AM (IST)

होशियारपुरं (अमरेन्द्र): अकाली-भाजपा सरकार के पतन का यदि सबसे अधिक लाभ किसी को हुआ है तो इसमें सबसे पहले पंजाब का नाम आता दिख रहा है। एक तरह से वैंटीलेटर पर चल रहे पंजाब रोडवेज होशियारपुर डिपो के अच्छे दिन आने शुरू हो गए हैं।
लगातार बढ़ रहा है डिपो का रैवेन्यू
इसमें कोई संदेह नहीं कि तमाम तरह के गतिरोध होने के बाद भी पूरे पंजाब में होशियारपुर डिपो रैवेन्यू जुटाने में पहले, दूसरे स्थान पर रहा करता था। अकाली-भाजपा गठबंधन के राज में जहां बस स्टैंड के हर काऊंटर पर प्राइवेट बसों का कब्जा दिखता था वहीं अब राज्य में कैप्टन सरकार के आने के बाद पंजाब रोडवेज समेत सभी सरकारी बसें फिर काऊंटरों पर दिखनी शुरू हो गई हैं। होशियारपुर डिपो की आमदनी पर गौर किया जाए तो 11 मार्च से पहले का रैवेन्यू हर दिन के हिसाब से औसतन 6 से
7 लाख रुपए था लेकिन 11 मार्च के बाद अब रोज 2 से 3 लाख रुपए का रैवेन्यू बढ़ा है।
रोडवेज के रैवेन्यू को लग रहा था चूना
गौरतलब है कि कैप्टन सरकार से पहले जिन रूटों पर निजी बसें सबसे ज्यादा (होशियारपुर-दसूहा व होशियारपुर-जालंधर) चलती थीं, उन रूटों पर निजी बसें सबसे ज्यादा चला करती थीं। इन लाभकारी रूटों के हर चौराहे पर निजी कंपनी वाले अपने करिंदे की ड्यूटी लगा रखे थे। इन करिंदों को बस स्टैंड से निजी बस कंडक्टर फोन कर देता था कि उसकी बस चौराहे पर पहुंचने वाली है। इसके बाद ये करिंदे निजी बस के आगे जा रही रोडवेज की बसों को रुकने नहीं देते थे और सवारियों को जबरदस्ती निजी बसों में बैठने के लिए मजबूर किया करते थे। इस बात को लेकर प्राय: रोजाना ही सरकारी व निजी बस स्टाफ के बीच तीखी नोंकझोक भी हुआ करती थी।